सितारगंज…हनी ट्रेप में फंसाकर पीलीभीत के व्यक्ति से ठगे चालीस हजार व इनोवा, अब पुलिस के नाम पर मांग रहे ढाई लाख
नारायण सिंह रावत
सितारगंज। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत निवासी एक व्यक्ति को सितारगंज निवासी लड़की व उसके साथियो ने हनी ट्रेप में फंसा कर उससे चालीस हजार रूपये ठग लिए अब उससे ढाई लाख रूपये और देने की मांग के अलावा उसकी गाड़ी भ्ज्ञी मांगी जा रही है। पीड़ित ने एसएसपी उधमसिंह नगर को भेजी शिकायत में कहा है कि आरोपी उसे धमका रहे हैं। ऐसे में उसके पास जान देने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है।
मिली जानकारी के अनुसार पीलीभीत के अमरिया थाना क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति ने एसएसपी उधमसिंह नगर को दी गई शिकायत में कहा है कि लगभग तीन माह पहले उसे सितारगंज की एक युवती का फोन आया था। उसने अपने बारे में पूरी जानकारी देते हुए उससे दोस्ती करने के की इच्छा जताई। पीड़ित का कहना है कि पहले तो वह फोन पर संपर्क में आई अंजान महिला से दोस्ती करने से कतराता रहा लेकिन जब कई बार युवती ने उससे दोस्ती का आग्रह किया तो उसने दोस्ती के लिए हां कह दिया। इसके बाद दोनों की फोन पर बातचीत शुरू हो गई।
पीडित के अनुसार इसी वर्ष आठ जुलाई को युवती ने उसे फोन करके बताया कि उसकी मां की बतीयत ज्यादा खराब है। उन्हें चिकित्सालय ले जाना पड़ सकता है। इसलिए वह युवती की मदद के लिए सितारगंज आ जाए। इस पर वह रात लगभग नौ बजे अपनी इनोवा कार में सवार होकर सितारगंज पहुंच गया। यहां से वह युवती के घर पहुंचा। वहां उसे युवती मिली। उसने बताया कि मां को परिजन लेकर सरकारी चिकित्सालय गए हैं और उनके वापसआने पर ही आगे ही रणनीति बनाएंगे। इस पर पीड़ित युवती के घर एक कमरे में बैठ गया। युवती नेउसे कोल्ड डिंªक पिलाई। कुछ ही देर में दो और व्यक्ति वहां आ गए। वे भी उसकी बगल में ही बैठ गए।
पीड़ित का कहना है कि कुछ देर में उसे बेहोशी छाने लगी। इसी बीच कमरे में बैठे दोनों व्यक्तियों ने उसे लिटा कर उसके कपड़ो खोलने शुरू कर दिए। वह इसका विरोध करता इससे पहले ही उसे बेहोशी छा गई। अगली सुबह जब उसे होश आया तो वह दूसरी जगह पर था। यह उन दोनों में से एक व्यक्ति का कार्यालय था। उसे बताया गया कि रात को उसने युवती के साथ गलत हरकत की। और कुछ देर में उसके खिलाफ एफआईआर होने वाली है।
दोनों व्यक्तियों ने उसे बताया कि यदि उसे बचना है तो वह पुलिस को देने के लिए दस लाख रूपये का इंतजाम करे। जब उसने इतने रूपये की व्यवस्था न कर पाने की दुहाई दी तो उन्होंने कहा कि वे उसका काम पांच लाख रूपये में करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अपनी गाड़ी 2 लाख दस हजार रूपये में हमें बेच दे और बाकी पैसों का इंतजाम करे। इस पर उसने चालीस हजार रूपये तुरंत घर से मंगाए और दोनों व्यक्तियों को सौंप कर बाकी के ढाई लाख रूपये बाद में देने के लिए समय मांग की अपने घर वापसी की।
पीड़ित का कहना है कि दोनों व्यक्तियों ने समझौता होने से पहले उसे बुरी तरह से मारा पीटा भी था। यहीं वे नहीं अपने आपको ऊंचे रसूख वाले भी बता रहे थे। पीड़ित के अनुसार तब से दोनों व्यक्ति उसे शेष ढाई लाख रूपये और गाड़ी को उनके नाम ट्रांसफर कराने के लिए उस पर तरह तरह से दवाब बना रहे हैं।
उसका कहनाहै कि 20 सितंबर को दोेपहर दो बजे दोनों आरोपी उसके घर पहुंच गए और कहने लगे कि कोतवाल को देने के लिए अगर दो दिन के भीतर कोई इंतजाम नहीं किया तो उसकी वीडियो पुलिस को सौंप देंगे और फिर उसे बदनामी के साथ जेल जाना पड़ेगा। पीड़ित ने कहा है कि दोनों ने रूप्ये देने और गाड़ी ट्रांसफर न होने की स्थिति में उसकी हत्या करने की धमकी भी है। जिससे वह बुरी तरह से डरा हुआ है।
शिकायत मिलने के बाद एसएसपी ने उसे जांच के लिए अधीनस्थ के हवाले कर दिया है।