सुप्रभात…आज का पंचांग, जानें राष्ट्रीय झंडा अंगीकरण दिवस, हनुमान जी को प्रसन्न करने के उपाय, आचार्य पंकज पैन्यूली से जानें अपना आज का राशिफल

22 जुलाई 2022, शुक्रवार,भारत का राष्ट्रीय झण्डा अंगीकरण दिवस, सूर्योदयः प्रातः 05:20:00 सूर्यास्तः सायं 06:40:00
आज का पंचांग
विक्रम संवतः 2079, शक संवतः 1944, सूर्य दक्षिणायन, वर्षा ऋतु, श्रावण माह, कृष्ण पक्ष, नवमी तिथि 12:35:00 तक तदोपरान्त दशमी तिथि, नवमी तिथि की स्वामिनी दुर्गा जी हैं तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी हैं। भरणी नक्षत्र 07:53:00 तक तदोपरान्त कृतिक नक्षत्र, भरणी नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव हैं तथा कृतिका नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव है। शूल योग 12:29:00 तक तदोपरान्त गंड योग, शुभ गुलिक काल 07:19:00A.M से 09:01:00 बजे तक, शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए। राहु काल 10:44:00 से 12:27:00 तक, इस तिथि में कोई भी मांगलिक कार्य करना वर्जित है।
आज से शुरू होगी यह परीक्षाएं
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने अपनी जून-2022 की सत्रांत परीक्षा आज से शुरूहो रही है। ये परीक्षाएं पांच सितंबर तक चलेंगी। इनमें स्नातक, परास्नातक, सर्टिफिकेट डिप्लोमा सहित सभी पाठ्यक्रम शामिल हैं। लखनऊ क्षेत्रीय केंद्र के अंतर्गत यह परीक्षाएं प्रदेश के 10 जिलों के 14 केंद्रों पर होंगी। एक से दो दिन में परीक्षार्थियों के हाल टिकट (प्रवेश पत्र) जारी किए जाएंगे।
दरअसल, सबसे पहले इग्नू ने सत्रांत परीक्षाएं 22 जुलाई से प्रस्तावित की थीं। फिर हाल ही में क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ की ओर से 29 जुलाई की तिथि प्रस्तावित होने की जानकारी दी गई। अब फाइनल तिथि 22 जुलाई ही तय की गई है। इग्नू की वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डा. मनोरमा सिंह ने बताया कि सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों के नाम की सूची, प्रश्न पत्र सहित अन्य सामग्री पहुंचा दी गई है।
राष्ट्रीय झण्डा अंगीकरण दिवस
इतिहास में आज का दिन हर भारतीय के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। रंग, रूप वेष, भूषा से चाहे हम कितने भी अनेक हो, लेकिन तिरंगे के नीचे जब खड़े होते हैं तो हम एक हैं, भारतीय हैं। आज उसी भारत के गौरव, तिरंगे का अंगीकरण दिवस है। 22 जुलाई 1947 में भारतीय संविधान सभा की बैठक में तिरंगे को राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया गया था, जो 15 अगस्‍त 1947 को अंग्रेजों से भारत की स्‍वतंत्रता के कुछ ही दिन पहले हुई थी।
राष्‍ट्रीय ध्‍वज शुरुआत में कई परिवर्तनों से हो कर गुजरा। स्‍वतंत्रता के राष्‍ट्रीय संग्राम के दौरान कई अलग-अलग ध्वजों का प्रयोग किया गया। भारतीय राष्‍ट्रीय ध्‍वज का विकास आज के इस रूप में पहुंचने के लिए अनेक दौर से गुजरा। प्रथम राष्‍ट्रीय ध्‍वज 7 अगस्‍त 1906 को पारसी बागान चौक (ग्रीन पार्क) कलकत्ता ( कोलकाताव ) में फहराया गया था । इस ध्‍वज को लाल, पीले और हरे रंग की क्षैतिज पट्टियों से बनाया गया था। पीली पट्टी पर कमल बना हुआ था
दूसरे ध्‍वज को पेरिस में मैडम कामा और 1907 में उनके साथ निर्वासित किए गए कुछ क्रांतिकारियों द्वारा फहराया गया था (कुछ के अनुसार 1905 में)। यह भी पहले ध्‍वज के समान था, लेकिन इसके सबसे ऊपरी की पट्टी पर सात तारे सप्‍तऋषि को दर्शाते हैं। यह ध्‍वज बर्लिन में हुए समाजवादी सम्‍मेलन में भी प्रदर्शित किया गया था।
तीसरा ध्‍वज 1917 में आया जब हमारे राजनैतिक संघर्ष ने एक निश्चित मोड लिया। डॉ. एनी बीसेंट और लोकमान्‍य तिलक ने घरेलू शासन आंदोलन के दौरान इसे फहराया।
कांग्रेस के सत्र बेजवाड़ा (वर्तमान विजयवाड़ा) में किया गया, जहां आंध्र प्रदेश के एक युवक पिंगली वेंकैया ने एक झंडा बनाया। यह दो रंगों लाल और हरा रंग जो दो प्रमुख समुदायों अर्थात हिन्दू और मुस्लिम का प्रतिनिधित्व करता है। गांधी जी ने सुझाव दिया कि भारत के शेष समुदाय का प्रतिनिधित्व करने के लिए इसमें एक सफेद पट्टी और राष्ट्र की प्रगति का संकेत देने के लिए एक चलता हुआ चरखा होना चाहिए।
1931 ध्‍वज के इतिहास में एक यादगार वर्ष रहा। तिरंगे ध्‍वज को राष्‍ट्रीय ध्‍वज के रूप में अपनाने के लिए एक प्रस्‍ताव पारित किया गया । यह ध्‍वज जो वर्तमान स्‍वरूप का पूर्वज है, केसरिया, सफेद और मध्‍य में चलते हुए चरखे के साथ था।यह स्‍पष्‍ट रूप से बताया गया इसका कोई साम्‍प्रदायिक महत्‍व नहीं था और इसकी व्‍याख्‍या इस प्रकार की जानी थी। 22 जुलाई 1947 को संविधान सभा ने इसे मुक्‍त भारतीय राष्‍ट्रीय ध्‍वज के रूप में अपनाया। स्वतंत्रता मिलने के बाद इसके रंग और उनका महत्‍व बना रहा। केवल ध्‍वज में चलते हुए चरखे के स्‍थान पर सम्राट अशोक के धर्म चक्र को दिखाया गया।
वर्तमान में भारत के राष्‍ट्रीय ध्‍वज की ऊपरी पट्टी में केसरिया रंग है जो देश की शक्ति और साहस को दर्शाता है। बीच में स्थित सफेद पट्टी धर्म चक्र के साथ शांति और सत्‍य का प्रतीक है। निचली हरी पट्टी हरियाली, उर्वरता, वृद्धि और भूमि की पवित्रता को दर्शाती है।
2002 से पहले, भारत की आम जनता के लोग केवल गिने चुने राष्ट्रीय त्योहारों को छोड़ सार्वजनिक रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहरा नहीं सकते थे। लेकिन एक याचिका पर 26 जनवरी 2002 को भारतीय ध्‍वज संहिता में संशोधन किया गया और स्‍वतंत्रता के कई वर्ष बाद भारत के नागरिकों को अपने घरों, कार्यालयों और फैक्‍ट‍री में न केवल राष्‍ट्रीय दिवसों पर, बल्कि किसी भी दिन बिना किसी रुकावट के फहराने की अनुमति मिल गई।
भारतीय नागरिक राष्‍ट्रीय झंडे को शान से कहीं भी और किसी भी समय फहरा सकते है, बशर्ते कि वे ध्‍वज की संहिता का पालन करें और तिरंगे की शान में कोई कमी न आने दें। सुविधा की दृष्टि से भारतीय ध्‍वज संहिता, 2002 को तीन भागों में बांटा गया है। संहिता के पहले भाग में राष्‍ट्रीय ध्‍वज का सामान्‍य विवरण है। संहिता के दूसरे भाग में जनता, निजी संगठनों, शैक्षिक संस्‍थानों आदि के सदस्‍यों द्वारा राष्‍ट्रीय ध्‍वज के प्रदर्शन के विषय में बताया गया है। संहिता का तीसरा भाग केन्‍द्रीय और राज्‍य सरकारों तथा उनके संगठनों और अभिकरणों द्वारा राष्‍ट्रीय ध्‍वज के प्रदर्शन के विषय में जानकारी देता है।
आज के दिन इन प्रसिद्ध लोगों का हुआ था जन्म
1894 – पहली लोकसभा के सदस्य सरदार तेजा सिंह अकरपुरी का जन्म हुआ था।
1898 – प्रसिद्ध शास्त्रीय संगीत गायक विनायकराव पटवर्धन का जन्म हुआ था।
1923 – प्रसिद्ध पार्श्व गायक मुकेश का जन्म हुआ था।
1965 – ‘रेमन मैगसेसे पुरस्कार’ से सम्मानित प्रसिद्ध भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता संदीप पांडेय का जन्म हुआ था।
1970 – महाराष्ट्र के 18वें मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस का जन्म हुआ था।
आज इनकी है पुण्यतिथि
1933 – भारतीय स्वाधीनता संग्राम के प्रमुख नायकों में से एक यतीन्द्र मोहन सेन गुप्त का निधन हुआ था।
1968 – भारत की प्रसिद्ध महिला चिकित्सक, सामाजिक कार्यकर्ता और पद्म भूषण प्राप्तकर्ता मुत्तू लक्ष्मी रेड्डी का निधन हुआ था।
आचार्य पंकज पैन्यूली से जानें अपना आज का राशिफल
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वृष राशि-आज का दिन भी आपके लिए थोड़ा संघर्षकारक रह सकता है।आप स्वयं तो कामकाज को लेकर सजग रहेंगे,लेक़िनआपके कारोबार अथवा दैनिक कार्यों में कुछ अनअपेक्षित बाधाएं आ सकती है। आर्थिक तंगी के कारण भी आपके काम रुक सकते हैं। आप छोटी-छोटी बातों में काफ़ी उग्र हो सकते हैं। शंका-आशंकाओं से घिरे रहने और अपव्यय होने की भी संभावना बन रही है। अतः दिन को अनुकूल बनाने के लिए भगवान कार्तिकेय और शिव जी की पूजा अर्चना करें।
मिथुन राशि- आज का दिन आपके लिए मिश्रित फल देने वाला रहेगा। नौकरी व्यापार संबंधी उलझे हुए कार्य सुधरने शुरू होंगे। आर्थिक लाभ की संभावना भी बन रही है। लेकिन आज आपको वाणी पर ख़ास नियंत्रण रखना चाहिए। अल्प लालच में आकर आप आर्थिक हानि भी उठा सकते हैं।
कर्क राशि- आज का दिन आपके लिए काफी शुभ रहने वाला है। आज आपके मन मस्तिष्क में अच्छे और सर्जनात्मक विचार उत्पन्न होंगे। आप अपनी क्षमताओं व योग्यताओं का भरपूर लाभ उठा सकते हैं। नौकरी में उन्नति और व्यापार में तरक़्क़ी के योग बनते हैं। साक्षात्कार के लिए आज का दिन अति उत्तम है। इसी प्रकार विद्यार्थियों के लिए भी दिन उपलब्धि कारक रहने वाला है।
सिंह राशि-आज का दिन आपके लिए सामान्य शुभ रहने वाला है। आपके दैनिक कामकाज तो यथावत चलते रहेंगे,लेकिन प्रस्तावित कार्यों में भाग्य बाधा के कारण अड़चने आ सकती हैं।पिता के स्वास्थ्य को लेकर भी आप चिंता में रह सकते हैं। लेकिन यदि आपने विदेश जाने के लिए पहले से आवेदन किया हुआ है,तो आज आपको शुभ समाचार मिल सकता है।
कन्या राशि-आज का दिन आपके लिए मिश्रित फल देने वाला रहेगा। आपके धन संबंधी उलझे हुए मामले सुधरने शुरू होंगे। करोबार व नौकरी यथावत चलती रहेगी। लेकिन मानसिक अस्थिरता व क्रोध की अधिकता रहने की संभावना है। आप किसी गुप्त रिश्ते से भी जुड़ सकते हैं। अथवा (लिव इन रिलेशन) की शुरुआत कर सकते हैं।
तुला राशि-आज का दिन आपके लिए काफी शुभ रहने वाला है। नौकरी व्यापार में आपको अपेक्षित लाभ मिलेगा। प्रतिद्वंद्वी व्यापारी आज परास्त होंगे। रोजगार के लिए संघर्षरत युवाओं को आज रोज़गार से जुड़ने के अवसर हासिल होंगे। लेकिन आजआपको विवाह हेतु लड़के या लड़की का चयन करने में जल्दबाजी नही करनी चाहिए।
वृश्चिक राशि-आज का दिन आपके लिए काफी अच्छा रहने वाला है। भाग्य की अनुकूलता के कारण आपके प्रस्तावित सभी कार्य सुधरने शुरू होंगे। रोज़गार की स्थापना हेतु आप ऋण लेने के प्रयासरत हैं,तो आज आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। आपकी पुरानी किसी समस्या का भी आज स्थाई समाधान हो सकता है। कुल मिलाकर आज का दिन आपके अनुकूल रहने वाला है।
धनु राशि-आज का दिन आपके लिए सामान्य शुभ रहने वाला है।आपके दैनिक कार्य यथावत चलते रहेंगे। लेकिन मानसिक द्वन्द के कारण आपको निर्णय लेने में समस्या आ सकती है। बौद्धिक कार्य भी प्रभावित हो सकते हैं। प्रेमप्रसंग के चलते आपकी प्रतिष्ठा खराब हो सकती है। उन गर्भवती महिलाओ को बहुत सावधानी की जरूरत हैं,जिनके बहुत ही शुरुवाती दिन चल रहे हैं।
मकर राशि-आज का दिन आपके लिए काफी शुभ रहने वाला है। नौकरी व्यवसाय में आपको उन्नति कारक अवसर प्राप्त होंगे।जमीन,मकान या वाहन का सुख आपको मिल सकता है।लेकिन आपको भावनाओं पर नियंत्रण रखना होगा। पारिवारिक विवाद की आज भी संभावना बन रही है। आप रिश्ता ढूंढ़ रहे हैं, तो आज आपको अनुकूल रिश्ता मिल सकता है।
कुम्भ राशि-आज का दिन आपके लिए सामान्य शुभ रहने वाला है। आपके स्थाई कामकाज तो यथावत चलते रहेंगे,लेकिन प्रस्तावित कार्यों में संशयात्मक प्रवृति के कारण व्यवधान आ सकता है। आपका उद्यम दिशा हीन हो सकता है। सहकर्मियों के साथ तालमेल की कमी रह सकती है। कामकाज हेतु बिना प्लांनिग वाले भ्रमण पर जाना भी व्यर्थ जा सकता है।
मीन राशि-आज का दिन आपके लिए सामान्य शुभ रहने वाला है। आपके स्थाई काम यथावत चलते रहेंगे। आप धन निवेश के संदर्भ में कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं। लेक़िन जोख़िम वाली योजना में पैसा बिल्कुल भी न लगायें। आप कुछ रचनात्मक व सृजनात्मक कार्यों से भी जुड़ सकते हैं। जो आपके लिए फायदेमंद होंगे। आपके घर में उत्सव या ख़ुशी का माहौल भी बन सकता है।
आपका दिन शुभ हो।

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