लालकुआं… #राजनीति : भाजपा विधायक दुम्का के ‘तुम तो ठहरे परदेशी’ टाइप नहले पर हेमंत द्विवेदी का ‘ये तेरा घर-ये मेरा घर’ का दहला, प्रदीप के साथ दुम्का की नई चाल

तेजपाल नेगी
लालकुआं।
विधानसभा क्षेत्र में टिकट के लिए भाजपा नेताओं के बीच छिड़ी रार अब खुलकर सामने आ गई है। विधायक नवीन दुम्का ने यहीं से टिकट हासिल करने की जुगत भिड़ा रहे हेमंत द्विवेदी को ‘तुम तो ठहरे परदेशी’ की तर्ज पर बाहर का बताना शुरू किया तो द्विवेदी ने दुम्का के घर से सिर्फ आधा किमी की दूरी पर नया मकान खरीद कर गृह प्रवेश का भव्य आयोजन कर करके शायद यह कहने की कोशिश की कि ‘ये तेरा घर—ये मेरा घर’।

हल्द्वानी… #राजनीति : ‘राम शरण’ में आते ही पार्टी पर सन्नीपात, टिक्क(र) लड़ते नहीं दिख रहे कार्यकर्ता


भले ही टिकट हासिल करने के लिए ​नवीन दुम्का के वार की काट करने के चक्कर में द्विवेदी को अच्छा खासा निवेश करना पड़ गया हो लेकिन इससे साबित हो जाता है कि टिकट के लिए अब वे पूरी तरह से गंभीर हैं। दरअसल हमारे सहयोगी एसजे टीवी को दिए गए एक साक्षात्कार में विधायक नवीन दुम्का ने बिना नाम लिए ही हेमंत द्विवेदी पर हमला करते हुए कहा था कि लोग अपनी कर्मस्थली को छोड़कर यहां आकर राजनीति करना चाहते हैं, लेकिन जनता सब जानती है।

यह भी पढ़ें 👉  गैंगरेप पीड़िता ने दी चेतावनी, इंसाफ नहीं मिला तो दे दूंगी जान

उत्तराखंड… #​महामारी अपडेट : कल चार थे आज 12 नए केस मिले, दो से पांच जिलों में हुआ कोरोना विस्तार, 6 की घर वापसी

बाद में कुछेक जगहों पर उन्होंने खुलकर कहा था कि लालकुआं की जनता बाहरी नेताओं को स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने अपनी बात को मजबूत करने के लिए यहां तक कह दिया कि एक बार दिग्गज भाजपा नेता स्व. प्रकाश पंत ने भी लालकुआं आने का मन बनाया था लेकिन लोगों की मंशा भांप कर उन्होंने अंतिम चुनाव पिथौरागढ़ से ही लड़ा।

कुमाऊं… #अनहोनी : अंतिम संस्कार से लौट रहे बाइक सवार तीन लोगों की सड़क हादसे में मौत, पूरा गांव सन्न


उनहोंने इस बयान के माध्यम से एक तीर से कई शिकार करने का प्रयास किया। पहला हेमंत द्विवेदी पर गढ़वाल का ठप्पा लग जाए,दूसरा प्रदीप बिष्ट दूसरी विधानसभा क्षेत्र के हैं यह साफ हो जाए और तीसरा पवन चौहान के खिलाफ पहाड़ी और नॉन पहाड़ी का माहौल तैयार हो जाए। दूसरे और तीसरे की प्रतिक्रियाएं तो अभी सामने नहीं आई हैं लेकिन पहले नंबर पर वाले यानी हेमंत द्विवेदी ने इसके कुछ ही दिनों के भीतर दुम्का के घर के पास ही नारायणपुरम में एक मकान खरीद कर उसमें भव्य गृह प्रवेश भी कर लिया। यानी बाहरी होने का ठप्पा हटाने की दिशा में मजबू प्रयास।

यह भी पढ़ें 👉  क्या दूध पीने से कम हो जाती है एसिडिटी, आइए जानें इस मिथक की सच्चाई

उत्तराखंड … #नाम बदले : योगी से मिलकर लौटे धामी ने तुरंत दिखाया रंग, स्टेडियमों व दर्शक दीर्घा के नाम बदले


ऐसा ही दांव पिछले लोकसभा चुनावों से ठीक पहले हल्द्वानी में पूर्व सांसद बलराज पासी भी अपना चुके हैं। लेकिन उनके हल्द्वानी में खरीदे गए पर किए गए खर्च को भी भाजपा हाईकमान ने कोई अधिमान नहीं दिया। उन्हें टिकट नहीं मिला और उनका अजय भट्ट उनकी आखों से काजल ले उड़े। अब हेमंत ने भी लालकुआं विधानसभा क्षेत्र में घर खरीदकर पहले तो अपने विरोधियों खासकर नवीन दुम्का खेमे का मुंह बंद किया है और अब वे अपने टिकट के लिए गंभीर सेटिंग करने की तैयारी में जुट गए हैं। देखें भाजपा हाईकमान उनके निवेश की कद्र करता है या फिर उन्हें भी बलराज पासी वाला अनुभव होने जा रहा है।

प्रदीप बिष्ट के साथ दुम्का भी चले ‘तू जहां जहां चलेगा…’ वाली चाल
भले ही नवीन दुम्का दूसरों को बाहर वाला बता रहे हो लेकिन एक काम उन्होंने भी ठीक वैसा ही किया है जैसा दूसरे करते रहे हैं। विधानसभा क्षेत्र में दूसरे भाजपाई दावेदारों की होर्डिंग्स, बैनर व वाल पेंटिग्स से नवीन दुम्का ने भी काफी कुछ सीखा और संभवत: वाल पेंटिंग्स के मामले में उन्होंने उस ही पेंटर के ठेका दे दिया जिसे प्रदीप बिष्ट ने दिया था। नतीजा यह निकला कि कलाकार ने जिस दीवार पर प्रदीप बिष्ट के लिए वॉल पेंटिंग की उसी की बगल में नवीन दुम्का के लिए भी कर दी। ऐसा एक नहीं कई दीवारों पर हुआ है। अटपटा यह है कि दोनों ही पेेंटिंग्स में आकार से लेकर विज्ञापन के बैकग्रांउड तक बहुत समानता है। लग ही नहीं रहा कि ये अलग अलग लोगों की प्रचार सामग्री है। बस अंतर यह है कि कलाकार ने पहले प्रदीप बिष्ट का विज्ञापन बनाया बाद में नवीन दुम्का का भी उसी दवार पर उतने ही आकार वे बैकग्राउंड के साथ बना डाला, लिखी गई सामग्री अलग है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड की सड़कोंं पर यमराज : यहां बोलेरो खाई में गिरी, पिता पुत्री की मौत, एक अन्य गंभीर

हल्द्वानी/नालागढ़… #उपलब्धि : ओटीटी प्लेट फार्म हंगामा तक पहुंचा अपना एसजे टीवी, फिल्म राजौली का मीडिया प्रायोजक बना, जबरदस्त रिस्पांस

आ अब लौट चलें : एक बार अनिल दीप महल के खेतों पर जाएं आखें फटी रह जाएंगी आपकी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *