उत्तराखंड… चुनाव: यहां बेटी जीती पिता हारे, वहां पिता जीते बेटा हार की ओर
हल्द्वानी। भाजपा और कांग्रेस के बीच हुए आमने—सामने के मुकाबले में इस बार कुछ हैरतभरे परिणाम भी सामने आये हैं। हरिद्वार ग्रामीण सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत चुनाव जीत चुकी हैं। यह अलग बात है कि उनके पिता हरीश रावत इस महासमर में जीत हासिल नहीं कर सके।
उधर बाजपुर सीट से कांग्रेस के कदावार यशपाल आर्य ने जीत दर्ज की है। लेकिन उनके बेटे नैनीताल सीट पर लगातार पिछड़ रहे हैं। खटीमा से चुनाव लड़ रहे मौजूदा सीएम पुष्कर सिंह धामी की सीट भी खतरे में दिख रही है। वे कांग्रेस के भुवन कापड़ी से बड़े मतों के अंतर से पिछड़ रहे हैं।
शिक्षा मंत्री की हार का मिथक इस बार टूट गया है। गदरपुर से शिक्षामंत्री अरविंद पांडेय 1179 से जीत गये हैं। पूर्व मंत्री यशपाल आर्य जीत चुके हैं। घनसाली से बीजेपी के शक्तिलाल साह और विकास नगर से बीजेपी के मुन्ना सिंह चौहान भी चुनाव जीत चुके हैं।
मसूरी से बीजेपी गणेश जोशी ने बाजी मार ली है। यमुनोत्री से निर्दलीय संजय डोभाल चुनाव जीत चुके हैं। प्रतापनगर से कांग्रेस के विक्रम सिंह नेगी चुनाव जीत गये हैं। इसके अलावा हरिद्वार से मदन कौशिक भी निर्णायक बढ़त बनाते हुए जीत की ओर बढ़ रहे हैं।
रुद्रपुर से बीजेपी आगे चल रही है। रुद्रप्रयाग से भी बीजेपी प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। पिथौरागढ़ और बीएचईएल रानीपुर से कांग्रेस प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। पौड़ी और बागेश्वर से बीजेपी आगे चल रही है। कपकोट और बद्रीनाथ से भी बीजेपी प्रत्याशी निर्णायक जीत की ओर बढ़ रहे हैं।
थराल और देवप्रयाग से बीजेपी प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। रुड़की से बीजेपी, देहरादून कैंट से बीजेपी आगे चल रही है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल भी जीत की दौड़ में पिछड़ते दिख रहे हैं। गंगोत्री सीट बीजेपी की झोली में जाने को तैयार है। चकराता से कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह आगे चल रहे हैं। गंगोलीहाट से भी बीजेपी आगे चल रही है।
सोमेश्वर से रेखा आर्या 1 हजार मामूली वोटों के अंतर से आग चल रही हैं। डोईवाला सीट भी बीजेपी के खाते में जाने की संभावना दिख रही है। लक्सर सीट पर भाजपा प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। किच्छा से कांग्रेस आगे चल रही है। जसपुर से कांग्रेस आगे चल रही है।