नालागढ़… प्रदूषण: माजरा गांव में ठोस कचरा प्लांट के केमिकल युक्त पानी की वजह से सैकड़ों मछलियों की मौत
नालागढ़ । प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ के तहत पूरे हिमाचल का ठोस कचरा नालागढ़ के तहत माजरा गांव में बने ठोस कचरा प्लांट में लाया जाता है सरकार द्वारा ठोस कचरा प्लांट को इस पूरे कचरे को नष्ट करने की जिम्मेदरी दी गई है लेकिन आए दिन यह ठोस कचरा प्लांट अपनी कमियों के चलते सुर्खियां बटोर रहा है ताजा मामला माजरा गांव का ही है जहां पर ठोस कचरा प्लांट द्वारा सरकारी आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए एक बार फिर केमिकल युक्त जहरीला पानी नाले से होता हुआ बारिश की आड़ में माजरा नदी में खुलेआम छोड़ दिया। नदी में प्रदूषित कैमिकल युक्त जहरीला पानी आने के कारण नदी में सैकड़ों की तादात में मछलियों की मौत हो गई । मछलियों की केमिकल युक्त जहरीले पानी के कारण हुई मौत को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में खासा रोष देखा जा रहा है ग्रामीणों द्वारा स्थानीय प्रशासन को शिकायत देकर इस मामले में जहां कार्रवाई की मांग उठाई गई है वही इस जहर फैलाने वाली फैक्ट्री को भी बंद करवाने की भी गुहार लगाई जा रही है ।
फिलहाल इस बारे में जब हमने एसडीएम नालागढ़ महेन्द्र पाल गुज्जर से बातचीत की तो उनका कहना है कि ग्रामीणों की शिकायत मिलते ही उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बद्दी को सूचित किया और उसके बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एक टीम मौके पर पहुंची और उनके द्वारा दो सैंपल लिए गए हैं और जांच के लिए भेज दिए गए हैं उन्होंने कहा कि प्रशासन इस पर गहनता से कार्रवाई कर रहा है और इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इस बारे में जब हमने स्थानीय ग्रामीण देवराज गुरुदयाल से बातचीत की तो उनका कहना है कि इस केमिकल युक्त जहरीले पानी के कारण पहले भी गांव और आसपास के गांवों के प्राकृतिक स्त्रोतों का पानी जहरीला हो चुका है जिसके कारण लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं और वहीं अब तो इस ठोस कचरा प्लांट द्वारा खुले में केमिकल युक्त जहरीला पानी छोड़ना शुरू कर दिया गया है जिसके चलते अब माजरा नदी में सैकड़ों मछलियों की मौत हो चुकी है उन्होंने सरकार व प्रशासन से इस पर ठोस कचरा प्लांट के खिलाफ जहां सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है वहीं इस कचरा प्लांट को माजरा गांव से किसी अन्य जगह पर शिफ्ट करने की भी गुहार लगाई गई है साथ ही ग्रामीणों ने सरकार पर प्रशासन को चेतावनी देकर कहा है कि अगर जल्द ही इस कचरा प्लांट के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह आने वाले दिनों में धरना प्रदर्शन करने को भी मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन व सरकार की होगी।