ऋषिकेश….अश्रुपूर्ण आखों से सैकड़ों लोगों ने दी अंकिता को अंतिम विदाई, सीएम के वादे के बाद माने परिजन, कोई वकील नहीं करेगा आरोपियों की पैरवी
ऋषिकेश। भाजपा नेता के बेटे के रिसार्ट की रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या के मामले में सीएम पुष्कर सिंह धामी की पहल रंग लाई और उनसे बात के बाद अंकिता के परिजन अंतिम संस्कार के लिए मान गए। रविवार शाम ऋषिकेश आईआईटी घाट में बेहद गमगीन माहौल के बीच अंकिता का अंतिम संस्कार किया गया। पहाड़ की बेटी की अंतिम विदाई के लिए घाट में लोगों को सैलाब उमड़ आया।
अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले को लेकर रविवार को श्रीनगर में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा था। सुबह से ही मोर्चरी में डटे आक्रोशित लोगों को जब प्रशासन की ओर से पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक न करने व परिजनों के लिए मुआवजा व नौकरी की ठोस व्यवस्था करने को लेकर कोई आश्वासन नहीं मिला तो लोगों ने सुबह 11 बजे मोर्चरी के बाहर बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं व युवा मौजूद रहे।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि अंकिता भंडारी हत्याकांड की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराएंगे और पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से हर संभव सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस जघन्य अपराध में जो भी लिप्त होगा उसे सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।
मामले में एसआईटी जांच कर रही है। उन्होंने लोगों से जांच में सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि एक बेटी के साथ ऐसी घटना हुई है। ऐसे में लोगों का आक्रोशित होना भी स्वाभाविक है।
उधर, कोटद्वार में बार एसोसिएशन से जुड़े अधिवक्ता अंकिता भंडारी हत्याकांड के आरोपितों की पैरवी नहीं करेंगे। साथ ही अंकिता के स्वजन को न्याय दिलाने के लिए न्यायालय में हरसंभव सहयोग करेंगे। रविवार को बार एसोसिएशन की बैठक में यह फैसला किया गया। एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय पंत ने कहा कि अंकिता हत्याकांड उत्तराखंड को शर्मसार करने वाली घटना है।