नैनीताल…नकल विहीन परीक्षा की गारंटी के बजाए बेरोजगारों का दमन कर रही सरकार
नैनीताल।उत्तराखंड के नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा है कि बुधवार की देर रात को देहरादून के गांधी पार्क में शांति पूर्वक धरना दे रहे बेरोजगार युवक-युवतियों को बल पूर्वक हटाने से यह सिद्ध हो गया है कि हर दिन नए पेपर लीक की खबर से सरकार बौखला गयी है।
उन्होंने कहा कि अभी तक नकल के जितने भी मामले खुले हैं वह राज्य पुलिस या राज्य की अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा नहीं खोले गए हैं बल्कि बेरोजगारों की सूचना और लंबे संघर्ष के बाद खुले हैं ऐसे में सरकार बेरोजगारों को पारदर्शी और नकल विहीन परीक्षा आयोजित करने की गारंटी देने के बजाय उनका ही दमन कर रही है।
नेता प्रतिपक्ष आर्य ने सरकार और राज्य पुलिस को चेताते हुए कहा कि वह बेरोजगार युवाओं को धमकाने का काम न करें क्योंकि अभी तक जो भी नकल या पेपर लीक के मामले सामने आए हैं वे बेरोजगारों के मेहनत और सजगता से आए हैं, इसलिए आगे भी इन बेरोजगारों की सूचनाओं पर परीक्षा घोटालों की जांच कर राज्य के बेरोजगारों को न्याय दिलाएं। आर्य ने कहा कि बेरोजगारों की सारी आशंकायें जायज हैं।
कहा कि तथ्य साबित कर रहे हैं कि , सरकार और परीक्षा आयोजित करने वाली संस्थाएं जिनमें राज्य लोक सेवा आयोग जैसी संवैधानिक संस्था भी सम्मिलित हैं अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में असफल सिद्ध हुई हैं। इसलिए यदि बेरोजगार समस्त जांचों के पूरा होने के बाद कठोर नकल विरोधी कानून पास करने तथा पुराने नकलचियों को आगामी परीक्षाओँ में न बैठने देने जैसी मांग कर रहे हैं तो उनकी मांगें बिल्कुल जायज है।
आर्य ने कहा कि उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग और यूकेयसयसयससी को बेरोजगारों की सभी आशंकाओं का समाधान करने के बाद ही कोई प्रतियोगी परीक्षा आयोजित करनी चाहिए । उन्होंने कहा कि सरकार को भी नकल विरोधी कानून अध्यादेश के रूप में लाकर बेरोजगारों के बीच शंसय की थोड़ी सी गुंजायश भी खत्म कर देनी चाहिए।
कहा कि , कुछ महीनों पहले यूकेएसएसएससी से शुरू हुए भर्ती घोटालों की आंच अब प्रदेश में परीक्षा आयोजित करने वाली एकमात्र संवैधानिक संस्था उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओँ तक पहुंच चुकी है।