उत्तराखंड ब्रेकिंग : सीएमओ कार्यालय से जांच की फाइल गायब, चार कर्मियों पर केस

देहरादून। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय से एक कर्मचारी की जांच की फाइल गायब हो गई। मामले में जांच अधिकारी एसीएमओ दिनेश चौहान ने विभाग के चार कर्मचारियों के खिलाफ शहर कोतवाली में केस दर्ज कराया है।

पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसीएमओ दिनेश चौहान की ओर से बीते सात नवंबर को इस मामले में शहर कोतवाली में तहरीर दी गई थी। आरोप था कि वर्ष 2015 में मनोज कुमार बिष्ट आईएमए ब्लड बैंक तैनात थे। इनके खिलाफ विभागीय जांच बैठी। जांच फाइल की पत्रावलियां काफी समय से गायब हैं। इनका काफी तलाश करने पर भी कुछ पता नहीं लगा। पुलिस को तब बिना किसी आरोपी के नाम के तहरीर दी गई। पुलिस ने विभाग को पत्र भेजकर मामले में आरोपियों के नाम मांगे थे।

विभाग ने जांच के बाद कहा कि मनोज बिष्ट की जांच की पत्रावली प्रधान सहायक अजय कन्नौजिया (वर्तमान में कार्यालय स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय देहरादून में तैनात) के पास जुलाई 2018 तक थी।

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इसके बाद सीएमओ कार्यालय में तैनात रहे प्रधान सहायक रविंद्र डोगरा (वर्तमान तैनाती सीएमओ कार्यालय पौड़ी), कनिष्ठ सहायक अभिषेक त्रिपाठी और प्रधान सहायक अश्वनी आर्य ने जांच अनुभाग देखा। इनसे जानकारी करने पर इन पत्रावलियों का पता नहीं लगा।

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शहर कोतवाल कैलाश चंद्र भट्ट ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज करते हुए अजय कन्नौजिया, रविंद्र डोगरा, अभिषेक त्रिपाठी और अश्वनी आर्य को आरोपी बनाया है। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।
आईटीआई में सूचना मांगने पर लगा पता

इस जांच से जुड़ी पत्रावली गायब होने का पता आईटीआई के तहत सूचना मांगने पर लगा। सूचना नहीं मिलने पर आवेदक कुलदीप सिंह रावत सूचना आयोग में पहुंचे। सूचना आयोग की सख्ती पर फाइल की तलाश तेज हुई। सूचना आयोग में यह मामला न उठता तो विभाग शायद कुछ न कर पाता।

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