उत्तराखंड…सुपर एक्सक्लूसिव : यहां साईं मंदिर में भंडारा खाने गईं दो 13 व दस साल की बच्चियों का अपहरण, पुलिस ने साढ़े तीन घंटों में दबोच लिया अपहरणकर्ता, दोनों बच्चियां सकुशल बरामद
रानीपोखरी। देहरादून के डोईवाला थाना क्षेत्र के अधीन आने वाले लालतप्पड़ के साईं मंदिर में भंडारा खाने गईं दो बच्चियों का एक अज्ञात व्यक्ति ने अपहरण कर लिया। लेकिन अपहरण के कुछ घंटों के भीतर ही पुलिस की तत्परता के कारण अपहरणकर्ता तो पकड़ा ही गया, दो बच्चियों को भी सकुशल बरामद कर लिया गया। फिलहाल बच्चियां पुलिस संरक्षण में ही है। कानूनी कार्रवाई पूरी करने के बाद पुलिस उन्हें परिजनों को सौंपेगी। प्रारंभिक पूछताछ में बिहार निवासी अपहरणकर्ता ने बताया है कि वह बच्चियों को बेचने के लिए ले जा रहा था।
मिली जानकारी के अनुसार लालतप्पड़ बीआरओ में काम करने वाले दो कर्मचारियों के परिवार भी लालतप्पड़ में ही रहते हैं। कल दोपहर यहां के साई बाबा मंदिर में भंडारे का आयोजन किया गया था। इस भंडारे में प्रसाद ग्रहण करने के लिए उनकी 13 व 10 वर्षीय बेटियां एक साथ गई थीं। जब दोनों बच्चियां लौट कर नहीं आई तो उनके परिजन उनको तलाश करते हुए मंदिर पहुंचे। जहां उन्हें कुछ लोगों ने बताया कि बाइक पर सवार एक व्यक्ति दो लड़कियों को जबरन बाइक पर बिठा कर ले गया है।
बच्चियों के अपहरण की बात जानकर उनके परिजनों के पैरों तले से जमीन खिसक गई। वे दौड़ते भागते लालतप्पड़ पुलिस चौकी पहुंचे और घटनाक्रम की सूचना दी। डोईवाला पुलिस थाने में बच्चियों के अपहरण का मुकदमा दर्ज करने के साथ लालतप्पड़ से निकलने वाले हरिद्वार व ऋषिकेश मार्ग पर नाकेबंदी के साथ मुखबिरों को अलर्ट कर दिया। इस बीच पुलिस को जानकारी मिली कि दिए गए हुलिए वाला एक व्यक्ति दो बच्चियों को बाइक पर बिठाकर नेपाली फार्म से ऋषिकेश की ओर जा रहा हैं यह जानकाी मिलते ही लालतप्पड़ चौकी प्रभारी विकेंद्र कुमार, पुलिटीम व बच्चियों के परिजनों को साथ लेकर नेपाली फार्म से ऋषिकेश की ओर जाने वाले हाईवे पर निकल पड़े। सौभाग्य से आगे जाकर श्यामपुर फाटक के पास उन्हें सड़क पर जाम लगा हुआ मिला। इस बीच जाम में फंसी एक बाइक पर सवार अपनी बच्चियों को उनके पिताओं ने दूर से ही पहचान लिया। अस पर चौकी प्रभारी व उनकी टीम ने बाइक सवार को दबोचते हुए अपहरण की गई दोनों बच्चियों को सकुशल बरामद कर लिया। सूत्रों के अनुसार पूछताछ में अपहरणकर्ता ने अपना नाम राजकुमार महतो बताया। वह बिहार के खीरी का रहने वाला है। उसने पुलिस को बताया कि वह कुछ दिन पहले ही बिहार से ऋषिकेश के शीशमझाड़ी में रहने आया था। इस बीच उसने लालतप्पड़ की दो बच्चियों का बेचने के लिए अपहरण कर लिया। पुलिस उससे और पूछताछ कर रही है। पुलिस की सक्रियता से अपहरण के साढ़े तीन घंटों के भीतर ही मामले का पटाक्षेप कर दिया गया। आज एसएसपी इस मामले का खुलासा करेंगे।
क्या है आईपीसी की धारा 363
भारतीय दंड संहिता की धारा 363 के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति भारत से या किसी क़ानूनी अभिभावक की संरक्षता से किसी का अपहरण करता है तो उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास की सजा जिसे सात वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है, और साथ ही वह आर्थिक दंड के लिए भी उत्तरदायी होगा।