कुमाऊं महोत्सव -2023- अल्मोड़ा कुमाऊं महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का खूब लुफ्त उठा रहे हैं लोग
अल्मोड़ा। कुमाऊं महोत्सव के निर्धारित कार्यक्रमानुसार बुधवार 1 नवंबर , 2023 को कुछ इस तरह सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए
जिसमें सर्वप्रथम ऑडिशन में चयनित गायन प्रतियोगिता के प्रतिभागियों द्वारा अपनी- अपनी एक से एक बढ़कर सुंदर प्रस्तुति मंच पर दी गई । जिसमें फाइनल राउंड के लिए दस प्रतिभागियों का चयन किया गया। प्रतियोगिता में वरिष्ठ पत्रकार नवीन बिष्ट, राजेंद्र सिंह नयाल एवं प्रियंका भट्ट निर्णायक मंडल में रहे।
नवीन बिष्ट ने अपनी गायिकी चाचरी, छपीली से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं लोक विधा की गायत्री श्रीमती राधा तिवारी एवं नवीन बिष्ट द्वारा सामूहिक रूप से गए गए छपेली नान नानी परुली धारम, छुमा गौरी का उडया धरम, छूमा छुमा छुमा धारम* से श्रोताओं की खूब तालियां बटोरी। वरिष्ठ वाद्य हुड़का के नारायण थापा द्वारा हुड़के पर संगत दी गई।
कार्यक्रम में जन्म से आंखों की रोशनी खो चुके सुंदर सिंह बाखिला द्वारा घुघुती ना बासा, आम की डाई मा तथा अपनी भी जिंदगी में खुशियों का पल आएगा गीत से रंग जमा दिया।
स्टार नाइट कार्यक्रम अंतर्गत लोग सुप्रसिद्ध लोक गायक गजेंद्र राणा की प्रस्तुति जय हो नंदा देवी जय हो भोला,पुष्पा छोरी पौड़ी खाल की, लागी दी छ तू बड़ कमाल की, तू ले धारौ बोला, लीला घसियारी, बबली तेरो मोबाइल आदि -आदि गीतों से धमाल मचा दिया व लोग अपने में स्थान पर खूब नाचे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन श्रीमती पूनम जोशी, प्रधानाचार्य सरस्वती शिशु मंदिर जीवन धाम, अति विशिष्ट अतिथि गोकुल सिंह मेहता राष्ट्रीय सचिव फेडरेशन ऑफ इंडियन फार्मासिस्ट ऑर्गेनाइजेशन एवं व्यवसायी गगन जोशी, द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महोत्सव के पदाधिकारी नंदन रावत द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में महोत्सव के पदाधिकारियों द्वारा अतिथियों एवं स्टार गायक कलाकार को स्मृति चिन्ह भेंट किए।
इस अवसर राजेंद्र तिवारी अध्यक्ष, अमरनाथ सिंह नेगी संरक्षक , हरीश कनवाल खेल संयोजक, वरिष्ठ रंगकर्मी मनमोहन चौधरी, प्रमोद रावत, जगदीश वर्मा, रोहित भट, मुराद खान, जगदीश वर्मा, चेतन पांडे, दीपक कुमार, पंकज भगत, शगुन त्यागी, हर्षित तिवारी, जयदीप पांडे, दिव्यांशा जोशी, गरवित तिवारी आदि- आदि मौजूद र रहे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम का संचालन डॉ० संतोष बिष्ट एवं गीतम शर्मा भट्ट द्वारा सामूहिक रूप से किया गया।