बैसाखी मेला: द्वितीय सांस्कृतिक संध्या में ललित जैन ने की बतौर मुख्य अतिथि शिरकत
राजगढ़ (सिरमौर)। ऐतिहासिक धार्मिक एवं पारंपरिक तीन दिवसीय शिरगुल देवता बैशाखी मेले की द्वितीय सांस्कृतिक संध्या में सा-रे-गा-मा फेम तन्मय चतुर्वेदी ने बहुत ही सुन्दर व बेहतरीन अंदाज़ में फिल्मी व हिन्दी गाने गा कर जहां श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया वहीं दर्शकों का खूब मनोरंज किया और ऐसा समा बांधा कि बच्चों से लेकर बडे़ बुर्जगों को भी थिरकने के लिए मज़बूर कर दिया।
इसके अतिरिक्त फोक नोट फेम निकेष वर्मा जोनसारी, ए.सी.भारद्वार, सुनील मस्ती, पंकज ठाकुर, काकू चौहान, प्रदीप शर्मा व तनूजा चौहान ने भी पहाड़ी, हिन्दी, फिल्मी, व हिमाचली गानों की बेहतरीन प्रस्तुतियां दी। नैहरू मैदान में आयोजित द्वितीय सांस्कृतिक संध्या में ललित जैन निदेशक जनगणना, चण्ड़ीगढ़ एवं नागरिक पंजीकरण हिमाचल प्रदेश ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उनके पिता शशि पाल जैन भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।ललित जैन बताया कि देव भूमि हिमाचल प्रदेश उत्सवों व त्योहारों का प्रदेश है जो हमारे प्रदेश की समृद्व सांस्कृतिक विरासत की विशिष्ट पहचान है।
इन मेले एवं त्यौहार को प्रदेशवासी पूर्ण श्रद्वा, आस्था और परंपरागत रूप से मनाते हैं। उन्होंने बताया कि राजगढ़ का यह मेला भी प्राचीन सांस्कृतिक परंपराओं की बहुमूल्य धरोहर को संरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है।उन्होंने बताया कि इन मेलों में जहां लोगों को एक दूसरे से मिलेने का मौका मिलता है वहीं समाज में समरसता, सदभाव और एकता की भावना को भी बल मिलता है। उन्होंने मेला समिति को तीन दिवसीय मेले के आयोजन के लिए शुभकामनाएं भी दी।अध्यक्ष मेला कमेटी एवं एसडीएम राजगढ़ राज कुमार ठाकुर ने मुख्य अतिथि ललित जैन व उनके पिता शशि पाल जैन का स्वागत करते हुए उन्हें शॉल, टोपी, मफलर व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
उन्होंने सांस्कृतिक संध्या में पधारे मेहमानों व स्थानीय लोगों स्वागत किया और मेले में पधारने पर उनका आभार व्यक्त किया।इस मौके पर तहसीलदार उमेश शर्मा, नायब तहसीलदार दयानंद शर्मा, मेला कमेटी के पदाधिकारी एवं सदस्यगण सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थि थे।