बिंदुखत्ता गोलीकांड #लालकुआं: कोतवाली के गेट पर नारेबाजी कर रहे लोगों को तितर-बितर करने को पुलिस ने फटकारी लाठियां, चार नारेबाजों को दबोचा गया
लालकुआं। बिंदुखत्ता में तीन दिन पूर्व हुए कथित गोली कांड के आरोपी एबीवीपी नेता की गिरफ्तारी न करने का आरोप लगाते हुए कोतवाली लालकुआं पहुंचे पीड़ित पक्ष और पुलिस की वार्ता के बीच ही कोतवाली के गेट पर बवाल हो गया। नारे लगा रहे लोगों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठियां फटकारनी पड़ गई। कम से कम पांच लोगों को पकड़कर पुलिसकर्मी अंदर भी ले गए हैं। पुलिस ने डंडे चलाए तो नारेबाजी कर रहे तकरीबन दो दर्जन लोगों के बीच भगदड़ मच गई।
मिली जानकारी के अनुसार अब से कुछ देर पहले कथित गोली कांड के घायल धीरज पांडे के पक्ष के तकरीबन 20 से 25 लोग कोतवाली पहुंचे। इन लोगों की अगुवाई तराई भावर बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक रमेश पलड़िया कर रहे थे।
घायल घीरज पांडे इसी समिति का सचिव है। उस वक्त सीओ प्रमोद शाह कोतवाली में ही थे। अत: दो या तीन लोगों का प्रतिनिधि मंडल सीओ और कोतवाल से मिलने अंदर चला गया। वहां पुलिस के अधिकारियों से बातचीत हुई। बताया जाता है कि पीड़ित पक्ष ने आरोपी की अभी तक गिरफ्तारी न किए जाने का आरोप पुलिस पर लगाया। इस पर अधिकारियों ने सबूत न मिलने की बात कहीं।
वार्ता के बाद प्रतिनिधि मंडल के सदस्य बाहर आए ही थे कि भीड़ में से किसी ने नारेबाजी शुरू कर दी। नारेबाजी की आवाज सुनकर पहले कोतवाल बाहर आए। उन्होंने लोगोंं से नारेबाजी न करने के लिए कहा। इसी बीच सीओ प्रमोद शाह भी बाहर आ गए। उन्होंने पहले नारेबाजी कर रहे लोगों से कहा कि जब बातचीत हो गई है तो वे नारेबाजी क्यों कर रह रहे है।
इस पर भी नारेबाजी नहीं रूकी तो सीओ ने पुलिसकर्मियों को भीड़ को कोतवाली के गेट से खदेड़ने का आदेश दे दिया। इसी दौरान लगभग तीन मिनट नारेबाजी चली होगी कि कोतवाली के पुलिसकमियों ने लाठियां फटकारनी शुरू कर दीं। लाठी चलते देख भीड़ में भगदड़ मच गई। इसबीच पुलिस ने 4 से 5 नारेबाजों को दबोच लिया। उन्होंने कोतवाली के अंदर ले जाया गया है।