ब्रेकिंग न्यूज: प्रचार की अनुमति मांगने वालों में देश में दसवें नंबर पर उत्तराखंड के नेता, हिमाचल से 125 एप्लीकेशन पहुंची अब तक

हल्द्वानी/ शिमला। लोकसभा चुनाव का प्रचार इस बार भले ही सड़कों पर नजर नहीं आ रहा है, लेकिन भारत निर्वाचन आयोग से प्रचार की अनुमति मांगने के खूब आवेदन भारत निर्वाचन आयोग को पहुंच रहे हैं। आयोग की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, आचार संहिता प्रभावी होने से अनुमति के लिए अब तक देशभर में 53 हजार से अधिक आवेदन आ चुके हैं। सर्वाधिक अनुमति मांगने वाले राज्यों की फेहरिस्त में उत्तराखंड 10वें नंबर पर है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां के नेता और राजनीतिक पार्टियां भी चुनाव प्रचार में संजीदगी से जुटी हैं। उधर हिमाचल प्रदेश् अब तक सबसे कम प्रचार की अनुमति मानंगने वाले प्रदेशों में दूसरे स्थान पर बना हुआ है।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी न्यूज : स्कूटियों की टक्कर में घायल बालक ने तोड़ा दम

इस बार भारत निर्वाचन आयोग ने ‘सुविधा पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के जरिए राजनीतिक दल और प्रत्याशी अस्थायी चुनाव कार्यालय खोलने, घर-घर जाकर प्रचार करने, वीडियो वैन चलाने, हेलीकॉप्टर से प्रचार करने, वाहन परमिट प्राप्त करने, पम्फलेट बांटने आदि की अनुमति ऑनलाइन ले सकते हैं। पोर्टल में प्राप्त आवेदनों को आयोग के स्तर से अनुमति दी जाती है। आयोग ने बताया है कि पूरे देश से 7 अप्रैल तक 73,379 आवेदन प्राप्त हुए हैं। सबसे अधिक 23,239 अनुरोध तमिलनाडु राज्य से आए हैं। 11,976 आवेदनों के साथ पश्चिम बंगाल दूसरे और 10,363 आवेदनों के साथ मध्य प्रदेश तीसरे स्थान पर है। अनुमति के आवेदनों में आयोग की सूची में उत्तराखंड 10वें स्थान पर है। यहां बीते 20 दिनों में चुनाव प्रचार की अनुमति से संबंधित 1903 आवेदन आ चुके हैं।
सर्वाधिक अनुमति वाले टॉप-10 राज्य
राज्य अनुमति के अनुरोध
तमिलनाडु 23,239
पश्चिम बंगाल 11,976
मध्य प्रदेश 10,636
उत्तर प्रदेश 3,273
त्रिपुरा 2,844
कर्नाटक 2,689
असम 2,609
राजस्थान 2,052
महाराष्ट्र 2,131
उत्तराखंड 1,903

सबसे कम अनुरोध वाले 10 राज्य/यूटी

यह भी पढ़ें 👉  हिमाचल न्यूज : शीतलकालीन अवकाश स्कूलों की एनुअल एक्जाम डेटशीट जारी, 10 दिसंबर से शुरू होंगी परीक्षाएं

मिजोरम 194
हिमाचल 125
दादर नगर हवेली एवं दमन और-दीव 108
ओडिशा 92
नागालैंड 46
सिक्किम 44
गोवा 28
मणिपुर 20
लक्षद्वीप 18
चंडीगढ़ 17

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *