भारतीय हैंडबाल टीम के कोच मनोज ठाकुर यह उपलब्धि हासिल करने वाले बिलासपुर के पहले कोच बने
सुमन डोगरा, बिलासपुर। उज्जबेकिस्तान के ताशकंद में होने वाली चतुर्थ सेंट्रल एशियन ओपन हैंडबॉल
प्रतियोगिता में बिलासपुर के मनोज ठाकुर भारतीय हैंडबाल टीम के कोच होंगे। मनोज ठाकुर इस उपलब्धि के साथ बिलासपुर के पहले कोच बने हैं जो भारतीय टीम को हैंडबाल खेल की बारीकियों से अवगत करवाएंगे।
मनोज ठाकुर को मिली इस जिम्मेवारी से खेल प्रेमियों में हर्ष की लहर है। युवा सेवाएं एवं खेल विभाग बिलासपुर में बतौर हैंडबाल कोच सेवाएं दे रहे मनोज ठाकुर 15 से अधिक बार नेशनल टूर्नामेंटस में हिमाचल टीम के कोच और रैफरी के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं।
नम्होल में सिकरोहा पंचायत के नत्थू राम ठाकुर सेवानिवृत अड्डा इंचार्ज एचआरटीसी व माता राजो ठाकुर गृहणी के घर जन्मे मनोज की प्रारंभिक शिक्षा दयानंद माॅडल स्कूल बिलासपुर में हुई। इन्होंने जमा दो तक की शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला छात्र बिलासपुर और स्नातक की उपाधि पीजी कालेज बिलासपुर से की। शिमला विश्वविद्यालय से एलएलबी करने के बाद फिजीकल एजूकेशन में मास्टर डिग्री और फिर पटियाला से एनआईएस की उपाधि हासिल की।
उन्होंने अमृतसर के बटाला शहर के कैंब्रिज इंटरनेशल स्कूल में एक साल शिक्षण का कार्य भी किया। बिलासपुर न्यायालय में वकालत कर चुके मनोज ठाकुर वर्ष 2015 में हिमाचल प्रदेश युवा सेवाएं एवं खेल विभाग में हैंडबाल कोच के पद पर कुल्लू में तैनात हुए। वर्ष 2018 में मनोज ठाकुर बिलासपुर आए।
इनके तराशे हुए खिलाड़ी राष्ट्रीय व अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन कर चुके हैं। इनकी पत्नी रूचिका ठाकुर साॅफ्ट बाल की नेशनल लेवल
की खिलाड़ी है। खेलों के लिए समर्पित मनोज का मानना है कि स्पोटर्स से जुड़कर न सिर्फ युवा अपना भविष्य संवार सकते हैं बल्कि नशे व्यसन आदि से भी दूर रहते हैं।
भारतीय हैंडबाल टीम का बतौर कोच प्रतिनिधित्व कर रहे मनोज ठाकुर ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता, भाई और पत्नी के साथ अपने गुरूजनों को दिया है। इसके साथ ही उन्होंने युवा सेवाएं एवं खेल विभाग शिमला के निदेशक तथा बिलासपुर डीवाईएसएसओ रवि शंकर का भी आभार व्यक्त किया है।
मनोज ठाकुर ने बताया कि भारतीय हैंडबाल टीम सुव्यवस्थित तथा आधुनिक तकनीक से लबरेज है। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि भारतीय पुरूष व महिला टीमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर अंक तालिका में भारत का नाम अंकित करवाने में जरूर सफल होंगी।