काम की खबर: हिमाचल में राशन कार्ड में दर्ज 16 लाख से ज्यादा लोगों ने नहीं कराई ई-केवाईसी, अब इस तारीख तक मिला मौका
शिमला। हिमाचल में डिपुओं के माध्यम से सस्ते राशन के वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए राशन कार्ड धारकों की ई-केवाईसी करवाई जा रही है। जिसके लिए पिछले कई महीनों से प्रक्रिया चल रही है, लेकिन बार बार मौका देने पर भी अभी तक राशन कार्ड में दर्ज 16,35,735 सदस्यों ने ई-केवाईसी नहीं कराई है। ऐसे में इन लोगों के पास 30 सितंबर तक ई-केवाईसी कराने का अवसर है।
अगर इस अवधि तक भी राशन कार्ड धारक इस अवसर का लाभ नहीं उठाते हैं तो ऐसे उपभोक्ताओं को सस्ते राशन की सुविधा से हाथ धोना पड़ सकता है। बता दें कि प्रदेश में राशन कार्ड में दर्ज कुल सदस्यों की संख्या 73,32,413 है। इसमें अभी तक 56,85,157 लोगों की ई-केवाईसी हुई है।
किस जिला में कितने सदस्यों ने नहीं कराई ई-केवाईसी
हिमाचल प्रदेश में सभी पात्र लोगों को सस्ते राशन की सुविधा मिले, इसके लिए सरकार राशन कार्ड धारकों को बार-बार ई-केवाईसी कराने का अवसर दे रही है। इसके बाद भी लाखों लोगों ने अपनी ई-केवाईसी नहीं कराई है। विभाग की ओर से जुटाए गए आंकड़ों के मुताबिक अभी तक राशन कार्ड में दर्ज 16,35,735 सदस्यों ने ई-केवाईसी नहीं कराई है।
इसमें बिलासपुर जिले में 80,240 सदस्यों की ई-केवाईसी नहीं हुई है। इसी तरह से चंबा जिले में 1,81,078, हमीरपुर में 90,896, कांगड़ा में 4,42,953, किन्नौर में 29,151, कुल्लू में 1,03,637, लाहौल स्पीति में 18,878, मंडी में 2,02,140, शिमला में 1,66,103, सिरमौर में 1,18,642, सोलन में 58,937 व ऊना जिले में 1,43,080 सदस्यों ने अपनी ई-केवाईसी नहीं कराई है। प्रदेश में अभी 77.54 फीसदी लोगों ने ई-केवाईसी करा ली है। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने लोगों से जल्द से जल्द ई-केवाईसी कराने की अपील की है। ऐसा न करने पर सस्ते राशन की सुविधा बंद हो सकती है।
जिला E-KYC नहीं करवाने वालों की संख्या
बिलासपुर 80,240
चंबा 1,81,078
हमीरपुर 90,896
कांगड़ा 4,42,953
किन्नौर 29,151
कुल्लू 1,03,637
लाहौल स्पीति 18,878
मंडी 2,02,140
शिमला 1,66,103
सिरमौर 1,18,642
सोलन 58,937
ऊना 1,43,080
ई-केवाईसी इसलिए जरूरी
ई-केवाईसी का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल वास्तविक लाभार्थियों को ही राशन मिले। ये देखा गया है कि कई राशन कार्ड धारकों के राशन कार्ड में शामिल सदस्यों की स्थिति विवाह होने और किसी सदस्य का निधन होने से बदल चुकी है। इसलिए ई-केवाईसी काफी आवश्यक है, ताकि राशन कार्ड से ऐसे सदस्यों के नामों को हटाए जा सके और वास्तविक लाभार्थियों को ही राशन उपलब्ध हो सके। अगर कोई भी राशन कार्ड में इन सदस्यों की जानकारी को अपडेट करवाना चाहते हैं तो उनको ई-केवाईसी करवानी पड़ेगी।