अल्मोड़ा ब्रेकिंग : डीएनए से पहचानी गई एक माह के बच्चे को खेत में फेंक आने वाली मां, लमगड़ा का है मामला

अल्मोड़ा। ठीक 11 महीने पहले अपनी नवजात बच्ची को जन्म के एक महीने के बाद खेत में फेंक आने वाली मां को पुलिस ने पूरे वैज्ञानिक सबूतों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि उसके पहले ही एक बेटा और दो बेटियां हैं ऐसे में चौथे बच्चे को बोझ उसका परिवार बर्दाश्त नहीं कर पाता इसलिए उसने जन्म देने के बाद नवजात को खेत में फेंक दिया। पुलिस ने नवजात के डीएनए का मिलान गांव के कई महिलाओं के डीएनए से कराया तो पता उक्त मां का पता चला।

देहरादून ब्रेकिंग : चार धाम यात्रा से संबंधित व्यक्तियों के वैक्सीनेशन को इन चार जिलों को दी गई अतिरिक्त वैक्सीन
मामला बीते वर्ष का है। 27 जुलाई 2020 को लमगड़ा कस्बे से लगे एक गांव में ग्रामीणों को गांव से कुछ दूरी पर खेत में एक बच्ची पड़ी मिली। बच्ची जीवित थी। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लमगड़ा पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उसे महिला अस्पताल, अल्मोड़ा के लिए रेफर ​किया। महिला अस्पताल से भी नवजात को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। सुशीला तिवारी हॉस्पिटल, हल्द्वानी में उपचार के दौरान बच्ची की मौत हो गई।

बागेश्वर न्यूज : जिला चिकित्सालय को मिला स्थायी सीएमएस, डा. टम्टा हरिद्वार से आएंगे, अस्थि रोग विशेषज्ञ भी मिला
थानाध्यक्ष लमगड़ा सुनील कुमार बिष्ट ने बताया कि डीएनए टेस्ट में आरोपी महिला ही नवजात की जैविक माता पाई गई। पुलिस की पूछताछ में आरोपी महिला ने बताया कि उसका एक बेटा व 2 बेटियां है। परिवार में आर्थिक तंगी होने व पालन-पोषण न कर पाने के करण उसे यह कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
थानाध्यक्ष के अनुसार महिला का पति होटल में कार्य करता है। लेकिन लॉक डाउन के चलते पिछले वर्ष से घर में ही है। पुलिस ने 24 जून को महिला को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड बोर्ड: आज 11.30 बजे जारी होगा 10वीं और 12वीं का रिजल्ट

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *