तारीख पै तारीख…#नालागढ़ : किसानों की धान खरीद नहीं कर रहा प्रशासन, किसानों ने किया प्रदर्शन
नालागढ़। किसानों की धान की फसल की खरीद को लगातार किसान लगातार आंदोलनरत हैं। प्रशासन उनको लगातार तरीख पर तारीख दिए जा रहा है। खरीद को लेकर जो व्यवस्था प्रशासन और सरकार की ओर से होनी चाहिए थी वह आज तक नहीं हुई है।
जिस कारण किसानों ने आज फिर से जोरदार प्रदर्शन किया और प्रदेश सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। ब्लॉक कांग्रेस नालागढ़ द्वारा भी किसानों के साथ मिलकर नालागढ़ में धान की फसल की खरीद न होने को लेकर रोष प्रदर्शन किया है।
विधायक लखविंदर सिंह राणा की अगवाई में यह प्रदर्शन किया गया। जिसमें सैकड़ों की तादात में किसानों और कांग्रेसी नेताओं ने एकत्रित होकर नालागढ़ के रेस्ट हाउस में एक बैठक का आयोजन किया गया और उसके बाद रेस्ट हाउस से एसडीएम कार्यालय तक कर एक रोष मार्च भी निकाला गया जिसमें केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई आपको बता दें कि एसडीएम नालागढ़ के माध्यम से विधायक लखविंदर सिंह राणा की अगुवाई में सीएम जयराम ठाकुर व राज्यपाल को एक ज्ञापन भी भेजा गया और उसमें सरकार से मांग उठाई गई के 15 अक्टूबर से धान की फसल की खरीद शुरू की जाए अन्यथा किसान और कांग्रेसी नेता एकत्रित होकर सरकार व प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने को भी मजबूर होंगे।
इस मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए विधायक लखविंदर सिंह राणा ने कहा है कि किसानों द्वारा लगातार धान की फसल की खरीद को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है लेकिन सरकार व प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है और अब किसानों द्वारा ट्राली में धान की फसल को लोर्ड कर रखा है जिसके चलते धान की फसल खराब होने की कगार पर आ चुकी है साथ ही विधायक लखविंदर सिंह राणा ने कहा है कि जिस हिसाब से धान की फसल की खरीद को लेकर व्यवस्था होनी चाहिए थी उसको लेकर आज तक किसी की भी प्रकार की कोई व्यवस्था शुरू ही नहीं की गई है ना तो यहां पर किसानों की धान की फसल की खरीद को लेकर कोई अधिकारी उपलब्ध हो पाए हैं और ना ही जो इंतजाम फसल खरीद को लेकर होने चाहिए वह नहीं हुए हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा तीन कृषि कानून पारित किया है लेकिन किसानों को यह कानून मंजूर ही नहीं है और जबरन केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानून किसानों पर थोपे जा रहे हैं और कॉर्पोरेट घरानों के साथ मिलकर अब किसानों की जमीनों को भी हथियाने की कोशिश की जा रही है उन्होंने कहा कि बीते 10 माह से किसान दिल्ली बॉर्डर पर इन कृषि कानूनों को वापस करवाने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार अब तक उस पर कोई भी कार्रवाई नहीं कर पाई है साथ ही उन्होंने कहा कि लखीमपुर में भी बीते दिनों किसानों की हत्या की गई और यह केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की जय राम सरकार किसानों की हत्याएं करने पर भी मजबूर हो चुकी हैं क्योंकि जिस तरह से यहां पर धान की फसल की खरीद होनी चाहिए थी उस तरह से सरकार की ओर से कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है विधायक लखविंदर सिंह राणा ने दो टूक शब्दों में चेतावनी देकर सरकार को कहा है कि अगर जल्द ही 15 अक्टूबर से धान की फसल की खरीद शुरू नहीं की गई तो क्षेत्र के किसानों के साथ मिलकर एक बहुत बड़ा आंदोलन करने को भी वह मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेजारी प्रदेश सरकार एवं प्रशासन की होगी।
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