नालागढ़…राहत:MLA राणा ने पीड़ित परिवारों को राहत राशि व वितरित की राशन की कीटस
यहां शर्मनाक : मंत्री तो दूर मौके पर नहीं पहुंचा कोई भी बड़ा आला अधिकारी
नालागढ़। नालागढ़ के तहत मझौली पंचायत के झीड़ा गांव में शनिवार को एक विशाल अग्नि कांड हुआ जिसमें 15 से ज्यादा परिवारों के मकान जलकर खाक हो गए वही दो दर्जन के करीब मवेशी पशुओं की भी जिंदा जलने से मौत हो गई। इन 15 परिवारों में रहने के लिए ना तो छत बची है और ना ही खाने के लिए राशन और अन्य सामान जलकर खाक हो गया है जिसमें इन गरीब परिवारों को इस अग्निकांड के कारण 50 लाख से ज्यादा का नुकसान झेलना पड़ा है। अब यह 15 से ज्यादा गरीब परिवार दो वक्त की रोजी रोटी के लिए भी मोहताज हो चुके हैं।
इसी के चलते नालागढ़ के विधायक लखविंदर सिंह राणा ने रविवार को झीड़ा गांव का दौरा कर इन गरीब परिवारों का दुख दर्द सुना और हुए नुकसान का जायजा भी लिया गया आपको बता दें कि विधायक लखविंदर सिंह राणा ने अपनी निजी कमाई से जहां आर्थिक मदद की गई है वहीं इन गरीब पीड़ित परिवारों को राशन की कीटस व पहनने के लिए चपल्स और हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है।
इस मौके पर विधायक लखविंदर सिंह राणा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि 15 से ज्यादा गरीब परिवारों के घर अग्निकांड में जलकर खाक हो चुके हैं और अब यह परिवार खाने के लिए लाचार हो चुकें है. उन्होंने कहा कि इन गरीब परिवारों के आशियाने जलकर खास हुए हैँ. रहने के लिए भी अब छत नहीं बची है कई मवेशियों की मौत हो चुकी है और इन गरीब परिवारों का सारा समान अब राख हो चुका है।
उन्होंने कहा कि अगर पहाड़ी हल्के में किसी जानवर को भी नुकसान हो जाए तो वहां पर सरकार के मंत्री वह बड़े बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचकर मदद के लिए आगे आ जा जाते हैं लेकिन यहां पर 15 से ज्यादा परिवारों के घर जल चुके हैं और वह एक-एक दाने के लिए परेशान है लेकिन न तो यहां पर जिलाधीश मौके पर पहुंची और ना ही नालागढ़ मंडल के उप मंडल अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।
उन्होंने प्रदेश की भाजपा की जयराम सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा है कि सरकार गरीबों के हक में काम नहीं कर रही है। भीषण अग्निकांड मामला होने के बावजूद भी सरकार के कोई ना तो यहां पर मंत्री पहुंचे हैं और ना ही उच्च स्तर के अधिकारियों ने मौके पर जाकर इन गरीब परिवारों का हाल जाना है उन्होंने कहा कि सरकार कहने को तो बड़े-बड़े दावे करती है कि यह सरकार गरीबों की है और आम आदमी की सरकार है लेकिन 24 घंटे से ज्यादा भी जाने के बाद भी ना तो सरकार का कोई मंत्री मौके पर पहुंचा है और ना ही सरकार के आला अधिकारी। उन्होंने सरकार व प्रशासन से मांग करते हुए कहा है कि जल्द से जल्द इन परिवारों की आर्थिक मदद की जाए ताकि यह अपना आशियाना फिर से बसा सके।