अल्मोड़ा— नवम अंतराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आओ हम सब योग करें अभियान का कुलपति प्रो जे0एस0बिष्ट ने किया शुभारंभ
अल्मोड़ा- नवम अंतराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग विज्ञान विभाग, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, द्वारा आयोजित आओ हम सब योग करें अभियान का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जगत सिंह बिष्ट, एन0सी0सी0 अधिकारी डॉ ममता पंत, हिंदी विभाग के डॉ तेजपाल एवं अभियान के संयोजक व योग विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ नवीन चंद्र भट्ट, तथा निजी सचिव(कुलपति) विपिन जोशी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के योग प्रशिक्षक गिरीश अधिकारी ने समस्त अतिथियों को आयुष मंत्रालय द्वारा जारी सामान्य योग अभ्यासक्रम का अभ्यास कराया जिसके अंतर्गत प्रार्थना, सूक्ष्म क्रियाएँ, आसन,प्राणायाम, मुद्रा, ध्यान, एवं शांति पाठ का अभ्यास किया गया, कार्यक्रम का संचालन रजनीश जोशी ने डॉ नवीन चन्द्र भट्ट ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
योग विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष एवं आओ हम सब योग करें अभियान के संयोजक डॉ नवीन चन्द्र भट्ट ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जे0एस0बिष्ट के नेतृत्व में योग विज्ञान विभाग 21 मई से 21 जून तक आओ हम सब योग करें अभियान के अंर्तगत अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर एवं चंपावत जनपद के साथ ही राज्य एवं देश के विभिन्न स्थानों में निःशुल्क योग शिविरों का आयोजन किया जाएगा जिसमें योग विज्ञान विभाग के लगभग 500 से अधिक प्रशिक्षु प्रतिदिन 500 से अधिक एवं माह नें लगभग 25000 शिविरों के माध्यम से योग सिखायेंगे।तथा 5 लाख लोगों को इस अभियान से जोड़ा जाएगा ।
इसके साथ ही सम्पूर्ण भारतवर्ष के विश्वविद्यालयों एवं शैक्षणिक संस्थानों के प्रशिक्षु भी योग विज्ञान विभाग, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के इस अभियान से योग-स्वयंसेवक के रूप में जुड़कर योग सिखायेंगे जिसकी मॉनिटरिंग योग विज्ञान विभाग के शिक्षक करेंगे।सभी प्रतिभागियों को इससे सम्बंधित प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे ।उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़, चम्पावत एवं बागेश्वर में योग शिविरों के सफल संचालन हेतु परिसरों के नोडल अधिकारियों को समन्वयक नियुक्त किए गया है।
इस अवसर पर योग विभाग के शिक्षक लल्लन कुमार, विद्या, रजनीश जोशी, हेमलता अवस्थी सहित योग विभाग के प्रशिक्षु, एनसीसी कैडेट्स एवं समस्त छात्रावासों के विद्यार्थी उपस्थित रहे