12 अक्टूबर से शुरू होगा खुशी का एक दिन कार्यक्रम,महिलाओं को रोजमर्रा के कार्यों से मिलेगी राहत,देखें कुमाऊं के किन क्षेत्रों में होंगे कार्यक्रम

अल्मोड़ा- महिलाओं को रोजमर्रा की जिंदगी से राहत देने के लिए मेटोरस ट्रस्ट द्वारा खुशी का एक दिन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।कॉर्बेट के क्यारी गांव से लेकर पिंडारी ग्लेशियर के खाती गांव तक यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को रोजाना के हाड़तोड़ कार्यों से राहत दिलाना है। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए आयोजकों ने बताया कि 5 महीनों में 25 कार्यक्रमों के जरिए 7500 से अधिक महिलाओं को इस कार्यक्रम का लाभ पहुंचाया जायेगा।उन्होंने बताया कि 12 अक्टूबर को रामनगर के क्यारी गांव, कॉर्बेट, जिला नैनीताल से कार्यक्रम की शुरूवात होगी। तत्पश्चात 14 अक्टूबर को ग्राम सुयालगढ़, 21 अक्टूबर को भीमताल, 28 अक्टूबर को खेरना ग्राम सीम, 2 नवंबर को अल्मोड़ा सरकार की आली, 5 नवंबर को कपकोट, 7 नवंबर को कपकोट के कर्मी गांव, 24 नवंबर को सुंखिया मुक्तेश्वर में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आयोजकों ने बताया कि स्थानीय महिलाओं को सामान्य कठिन परिश्रम से एक दिन की राहत देने के विचार के साथ ‘उद्यम’ कुमाऊं की पहाड़ियों में उद्यमिता को पैदा करने और विकसित करने की एक अनूठी पहल है और मेटोरस ट्रस्ट ‘खुशी का एक दिन’ की पेशकश करने के लिए एक साथ आए हैं। अक्टूबर 2023 और फरवरी 2024 के बीच कुमाऊं में 25 स्थानों पर 200 गांवों को कवर किया जाएगा।उन्होंने आगे बताया कि केकेईडी का मुख्य आकर्षण एक सिनेमा घर (उनके दरवाजे/गांव पर सिनेमा घर) है, जिसमें एक घंटे की फिल्म दिखाई जाती है, जिसका अनुभव उन्हें लगभग कभी नहीं मिलता है। मज़ेदार खेल, सौंदर्य संगीत और नृत्य उनका मनोरंजन करेंगे और उन्हें अपने कष्टों और परेशानियों को भूलने में मदद करेंगे और उन्हें जीवन का आनंद लेने की अनुमति देंगे। साथ ही साथ ऐसे स्टॉल होंगे जो भोजन और खरीदारी की पेशकश करेंगे। उद्यम महिला उद्यमियों द्वारा संचालित और प्रबंधित किए जाएंगे। सास-बहू जोड़ी के लिए एक लकी ड्रा और विशेष उपहार की योजना बनाई जाती है, यदि वे एक साथ आते हैं और पारंपरिक दृष्टिकोण को तोड़ते हैं।

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विचार यह है कि बहू को सास की हर आदतों का आनंद लेने और अधिक सामंजस्यपूर्ण संबंध में एक साथ घर जाने की अनुमति दी जाए। बताया कि उद्यमिता से संबंधित कार्यक्रम भी होंगे जो महिलाओं को अपना खुद का कारोबार करने का अवसर प्रदान करेंगे।

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