बिलासपुर: बुर्जुग दंपति हत्या के मामले में पुलिस ने किया नया खुलासा
बिलासपुर। जिला की ग्राम पंचायत सिकरोहा के चांदपुर में 9 जून को हुई बर्जुग दंपति हत्या के मामले में पुलिस ने जांच के बाद एक नया खुलासा किया है कि हत्या के आरोपियों ने बुर्जग दंपति की हत्या करने के लिए 1 जून की तारीख तय की थी लेकिन उस दिन लोक सभा चुनाव में मतदान के लिए बर्जुग दंपति का बड़ा बेटा संजय घर आ गया था जिस कारण आरोपियों ने बर्जुग दंपति हत्या करने की अपनी निश्चित योजना को टाल दिया था और फिर गत 8 जून की रात्री को अंजाम दिया । पुलिस ने इस मामले में आरोपियों द्वारा चुराये गए सोने व चाँदी के आभूषणों की पूरी रिकवरी भी कर ली है। जिसमें कुल 155 ग्राम सोना व 675 ग्राम चांदी शामिल है जिन सबका अनुमानित मूल्य लगभग 15 लाख बताया जा रहा है।
शुक्रवार को डीएसपी जिला मुख्यालय एवं प्रवक्ता पुलिस मदन धीमान ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आरोपियों भूरा राम , सुमन व मनोज उर्फ मंत्री ने ग्राम पंचायत सिकरोहा के भोजपुर ; चांदपुर में बर्जु्ग दंपति रूप लाल व कमला की हत्या व लूटपाट की साजिश पहले ही तय कर दी थी जिसके लिए उन्होने 1 जून की तारीख तय कर ली थी। लेकिन 1 जून को लोक सभा चुनाव में मतदान करने के लिए बर्जुग दंपति के बडे बेटा संजय घर आ गया था जिस कारण यह सभी आरोपी इस बुजुर्ग दंपति की हत्या को अंजाम नहीं दे पाये थे । किन्तु उसके बाद पिछली 8 जून को मुख्य आरोपी भूरा राम ने अन्य साथियों सुमन को कंधर लेने व मनोज उर्फ मंत्री को लाने के लिए खारसी गया जहां से तीनों आरोपी मोटर साईकिल पर बैठकर भोजपुर पहुंचे।
जहां पर भूरा राम पहले अपने घर गया और एक दराट व पानी की पाईपें ठीक करने के लिए रेंच को साथ लेकर अपने अन्य दो साथियों के साथ बर्जुग दंपति के घर पहुंच गया। जहां पर स्वयं रेंच से उनके पानी की पाईप को ठीक करने लगा। उसने सुमन व मनोज उर्फ मंत्री को गायों का व्यापारी बताया कि वह गायों को खरीदने आए है। जैसे ही बर्जुग दंपति कमला गौशाला के अंदर गायों को बांधने के लिए चारा तैयार करने लगी। तो भूरा राम ने एकदम से कमला देवी पर तेजधार हथियार दराट से हमला कर उसे मौत के घाट के उतार दिया। वहीं, बुर्जग रूप लाल गायों को अंदर करने लगा तो भूरा राम ने उसके सिर पर तेजधार हथियार से वार किया और उसे भी मौत के घाट उतार दिया।
मदन धीमान ने बताया कि यह सभी आरोपी इतने शातिर थे कि उन्होने वहां से आभूषण चोरी किए और जुखाला के पास स्थित नेरी के जंगल में जाकर आपस में बांट लिए और कुछ आभूषण वहीं छिपा दिए। जिसके बाद भूरा राम ने अपने साथियों को जुखाला पहुंचाया जहां से उन्हें ट्रक से चंडीगढ भेज दिया।
डीएसपी जिला मुख्यालय एवं प्रवक्ता पुलिस मदन धीमान ने कहा कि पुलिस ने शक के आधार पर भूरा राम व उसकी काल डिटेल खंगालने के बाद सुमन को कंधर से व मनोज उर्फ मंत्री को त्वरित कार्रवाई करते हुए चंडीगड के सेक्टर 43 से गिरफ्तार कर लिया था। उन्होंने बताया कि यह सभी आरोपी पेशे से चालक है |
इनमें से मनोज उर्फ मंत्री के खिलाफ 12 आपराधिक मामले दर्ज है जबकि अन्य दो पर ट्रकों से बैटरी व तेल चोरी करने जैसे मामले दर्ज है। उन्होने कहा कि अब इन आरोपियों को 15 जून को अदालत में पेश किया जाएगा तथा अदालत से और पुलिस रिमांड लेने का आग्रह किया जाएगा ।