Almora.. …… शिक्षा के प्रति सकारात्मक नजरिया वर्तमान युग की जरूरत: प्रो मनराल
अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय में बीएड एवं एमएड प्रशिक्षुओं के लिए शिक्षक शिक्षा में पेश आने वाली चुनौतियों एवं बाधाओं, प्रभावित करने वाले कारक और भविष्य के प्रति सकारात्मक नजरिया बनाने के उद्देश्य से एक दिवसीय समूह केंद्रीत परिचर्चा (फोकस गु्रप डिस्कशन) का आयोजन किया गया।
शुक्रवार को शिक्षा संकाय के सभागार में आयोजित फोकस ग्रुप डिस्कशन का शुभारंभ संकायाध्यक्ष प्रो भीमा मनराल ने करते हुए कहा कि वर्तमान समय में शिक्षक शिक्षा को नवाचारी एवं छात्र केंद्रीय बनाने के लिए सरकार की ओर से अथक प्रयास किये जा रहे है। प्राध्यापकों को पेशे में आ रहे प्रशिक्षुओं को शिक्षक शिक्षा के प्रति सकारात्मक माहौल प्रदान करना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन कर रहीं शिक्षा संकाय की सहायक प्राध्यापक डाॅ ममता असवाल ने शिक्षक शिक्षा के प्रति वर्तमान दृष्टिकोण, सीखने- सीखाने में सकारात्मक माहौल, क्षमता आधारित शिक्षा में कौशल विकास, दृष्टिकोण, नैतिक मूल्यों और ज्ञानात्मक पहलुओं पर के विस्तार पूर्वक परिचर्चा की। उत्तराखंड सेवानिधि पर्यावरण संस्थान जाखनदेवी के सन्दर्भदाता आशीष पांडेय ने शिक्षक शिक्षा में एनजीओ की भूमिका, नवोन्वेषी कार्यक्रमों के कारण प्रभाव,आकांक्षा स्तर और अभिप्रेरणा, अध्यापक व्यवसाय के पर नजरिए पर प्रशिक्षुओं के साथ परिचर्चा की। इस अवसर पर बीएड एवं एमएड प्रशिक्षुओं ने शिक्षक शिक्षा में पेश हो रहीं चुनौतियां एवं बाधाओं पर गहन मंथन किया। कार्यक्रम में गेस्ट फैकल्टी मनोज सिंह कार्की, पूर्व भाजयुमो अध्यक्ष कुंदन लटवाल, मनदीप टम्टा, विनोद कुमार, तनुजा, रश्मि आदि अनेक प्रशिक्षु मौजूद रहे।