शिक्षा संकाय में सात दिवसीय सामुदायिक कार्यशाला का समापन
अल्मोड़ा एस एस कपकोटी
अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय में आयोजित सात दिवसीय सामुदायिक कार्यशाला का समापन डीन व विभागाध्यक्ष प्रो भीमा मनराल ने किया। कार्यशाला के अंतिम दिन क्विज और ग्रुप डिस्कशन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
शुक्रवार को समापन अवसर पर शिक्षा संकाय की विभागाध्यक्ष प्रो भीमा मनराल ने कहा कि हम जितनी तेज़ी से डिजिटल दुनिया की ओर बढ़ रहे हैं, ठीक उतनी ही तेज़ी से साइबर अपराध की संख्या में भी वृद्धि हो रही है। जिस गति से तकनीक ने उन्नति की है, उसी गति से मनुष्य की इंटरनेट पर निर्भरता भी बढ़ी है। एक ही जगह पर बैठकर इंटरनेट के ज़रिये मनुष्य की पहुँच, विश्व के हर कोने तक आसान हुई है। आज के समय में हर वो चीज़ जिसके विषय में इंसान सोच सकता है, उस तक उसकी पहुँच इंटरनेट के माध्यम से हो सकती है, जैसे कि सोशल नेटवर्किंग, ऑनलाइन शॉपिंग, डेटा स्टोर करना, गेमिंग, ऑनलाइन स्टडी, ऑनलाइन जॉब इत्यादि।
आज के समय में इंटरनेट का उपयोग लगभग हर क्षेत्र में किया जाता है। इंटरनेट के विकास और इसके संबंधित लाभों के साथ साइबर अपराधों की अवधारणा भी विकसित हुई है। वहीं, कार्यशाला में उपस्थित निरीक्षक राजीव कुमार आर्य एवं उप निरीक्षक संतोष तिवारी ने कहा कि भारत में साइबर अपराध घटित होने की स्थिति में इनकी जड़ तक पहुँच पाना कठिन होता है। इस मौके पर साइबर टीम ने महिला अपराध, बाल अपराध, घरेलू हिंसा, फिशिंग, हैकिंग आदि के बारे में विस्तृत रूप से बीएड और एमएड प्रशिक्षुओं को जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन शिक्षा संकाय की डॉ रिजवाना सिद्दीकी ने किया।
इस मौके पर डॉ नीलम, डॉ ममता कांडपाल, डॉ संदीप पांडे, डॉ देवेंद्र चम्याल, सरोज जोशी, अंकिता कश्यप, विनीता लाल, ललिता रावल, मनोज आर्या, मनोज कार्की बीएड एमएड प्रशिक्षु मौजूद रहे।