शिमला न्यूज: कैथलीघाट में 90 करोड़ की लागत से शुंगल टनल तैयार, 705 मीटर लंबी, 27 पुल बनाए जाएंगे
शिमला। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने बुधवार को कैथलीघाट के पास बनाई गई शुंगल टनल का जायजा लिया। 705 मीटर लंबी शुंगल टनल का निर्माण 90 करोड़ रुपये से हुआ है। टनल का निर्माण पिछले साल जून में शुरू हुआ था। परियोजना के तहत सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया है। शुंगल टनल में क्रॉस पैसेज टनल का निर्माण किया है जो आपात स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। यह टनल न केवल यात्रा को तेज और सुरक्षित बनाएगी बल्कि दुर्घटनाओं के जोखिम को भी कम करेगी। इसके अतिरिक्त टनल में उच्च क्षमता वाले वेंटिलेशन पंखे, एलईडी लाइट्स, धुआं सेंसर, अग्निशमन प्रणाली और अन्य सुरक्षा उपकरणों का प्रावधान किया है जो यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं।
यह टनल शिमला बाईपास परियोजना का एक प्रमुख हिस्सा है जिसके तहत कैथलीघाट से ढली तक एनएच-5 को चौड़ा किया जा रहा है। इस परियोजना की लंबाई 28.45 किलोमीटर है और इसकी लागत 4800 करोड़ रुपये आंकी गई है। परियोजना के तहत 10 टनल और 27 पुल बनाए जाएंगे। परियोजना का मुख्य उद्देश्य शिमला और उसके आसपास के क्षेत्रों में यातायात को सुगम बनाना तथा यात्रा के समय को कम करना है। सड़क के निर्माण से कैथलीघाट से ढली तक की दूरी लगभग 15 किलोमीटर कम हो जाएगी। इससे यात्रा में लगने वाला समय भी घटेगा।
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इस दौरान राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि एनएचएआई 10 टनलों के निर्माण के दौरान लगभग 22,500 पेड़ कटने से बचाएगी। इससे पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में मदद मिली है। टनल के निर्माण से वाहनों के ईंधन की खपत में कमी आएगी जिससे वायु प्रदूषण में भी कमी आएगी। परियोजना के पूरा होने के बाद शिमला और आसपास के क्षेत्रों में यातायात की भीड़भाड़ में कमी आएगी और लोग सुरक्षित यात्रा का आनंद ले सकेंगे। शिमला बाईपास टनल परियोजना, शिमला के यातायात को सुधारने और यात्रा को सुगम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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