सोलन और बिलासपुर ने पुलिस ने मिलकर पकड़ा कुत्तों को पुलिस के पीछे छोड़ने वाला चिट्टा तस्कर, गौशाला में छिपा बैठा मिला
सोलन। सोलन पुलिस ने बिलासपुर पुलिस के साथ मिलकर हिमाचल पुलिस की नाक में दम करने वाले बिलासपुर के कुख्यात चिट्टा तस्कर पिंटू को गिरफ्तार कर लिया है। सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने सोमवार को एक पत्रकारवार्ता में बताया कि प्रदेश के अलग अलग पुलिस थानों में पिंटू के खिलाफ 41 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से कई मामले अदालत में विचाराधाीन हैं। उन्होंने बताया कि पिंटू ने पुलिस से बचने के लिए बिलासपुर स्थित अपने घर पर खूंखार कुत्ते पाल रखे थे। जब भी पुलिस की टीमें उसे पकड़ने के लिए जातीं पिंटू और उसके परिजन उन कुत्तों को पुलिस टीमों पर छोड़ देता। पुलिस ने उसे आज अदालत में पेश करके तीन दिन की पुलिस रिमांड हासिल कर ली।
गौरव सिंह ने बताया कि पिंअू की गिरफ्तारी से पहले दो नवंबर को सोलन पुलिस की विशेष अन्वेषण ईकाई की टीम जब थाना दाड़लाघाट के क्षेत्र में गश्त व अपराधों की रोकथाम हेतू मौजूद थी तो गुप्त सूत्रों से सूचना मिली कि खारसी की ओर से दाड़लाघाट की ओर आ रही एक गाड़ी में सवार दो युवकों के पास चिट्टा हो सकता है।
इस सूचना पर उक्त टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए दाड़लामोड़ के समीप नाकाबन्दी की गई। नाकाबन्दी के दौरान खारसी की तरफ से आ रही गाड़ी में बैठे दो युवकों बिलासपुर के ढलियारा निवासी 31 वर्षीय प्रवीण कुमार व बिलासपुर के ही मझवाड़ गांव निवासी 33 वर्षीय योगेश कुमार 10 ग्राम चिट्टे सहित गिरफ्तार किया गया । मामले की जांच के दौरान वारदात में संलिप्त गाडी टाटा जेस्ट को जब्त करके कब्जा पुलिस में लिया गया ।
इस अभियोग के अन्वेषण के दौरान गिरफ्तार किये गए उपरोक्त दोनों आरोपियों से पूछताछ की गई। जांच में पता चला कि इन आरोपियों ने उपरोक्त चिट्टा पंजगाई निवासी एक पिंटू नामक व्यक्ति से ख़रीदा था। जिस पर इस अभियोग के आगामी अन्वेषण के दौरान 17 नवंबर को पुलिस थाना दाड़लाघाट की पुलिस टीम ने बिलासपुर पुलिस के साथ संयुक्त छापेमारी करके चिट्टे के सप्लायर बिलासपुर के पंजाई क्षेत्र के घन गांव निवासी 45 वर्षीय अनिल उर्फ़ पिंटू गिरफ्तार कर लिया। पुलिस से बचने के लिए वह पशुशाला में जा छिपा था।
उन्होंने बताया कि जांच में पाया गया है कि अनिल उर्फ़ पिंटू नशे का एक बहुत बड़ा सप्लायर है जो इलाके में नव युवकों को काफी समय से चिट्टे की सप्लाई कर रहा था। इस आरोपी ने अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए घर पर खूंखार किसम के कुत्ते पाल रखे हैं, जिन्हे वह इसकी गिरफ्तारी के लिए जाने वाली पुलिस टीम पर छोड़ देता था। यह आरोपी घर से फरार चल रहा था। जिसे पुलिस टीम द्वारा घर की गौशाला में छिपा हुआ पाया गया।
तलाशी के दौरान इस आरोपी से 48हजार 550 रुपये की नकदी चिट्टा तोलने के लिए रखी गई वेइंग मशीन, एक खुखरी तथा फॉयल पेपर भी बरामद हुए है। जांच के दौरान पाया गया है कि यह एक आदतन अपराधी है जिसके खिलाफ विभिन्न अपराधिक धाराओं में कुल 41 अपराधिक मामले दर्ज है जिनमें से 9 मामले एनडीपीएस एक्ट के है।
देहरादून का युवक भी चरस में गिरफ्तार
इसी तरह एक अन्य मामले में सोलन की टीम द्वारा 17 नवंबर को एक गुप्त सुचना के आधार पर उत्तराखंड के चकराता तहसील के सावड़ा गांव निवासी रमेश को गिरफ्तार किया है। रमेश सोलन केकठार में एक किराये के मकान में रहता है। उसे पुलिस ने 218 ग्राम चरस तथा 50 टेबलेट्स सिंथेटिक ड्रग्स सहित गिरफ्तार किया है।
इसलिए है सोलन पुलिस खास
एसपी ने बताया कि जुलाई 2023 से जिला पुलिस द्वारा नशा तस्करों के ख़िलाफ़ मिशन मोड में काम किया गया जिसमें मादक पदार्थ अधिनियम के अतंर्गत 118 अभियोग पंजीकृत किये गये जिनमे लगभग सभी मुक़दमे नशे की बड़ी मात्रा के यानी इंटरमीडिएट और कमर्शियल क्वांटिटी के है, जिनमें कुल 278 बड़े नशा तस्करों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जा चुका है ।
इन मामलों की जांच करते हुये नशा के सामान की सप्लाई करने वाले बाहरी राज्यों के 111 से ज़्यादा आरोपियों जिनमे चिट्टे/नशे के 98 बड़े सप्लायर हैं, जो दिल्ली, पंजाब, हरियाणा,चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, असम, महाराष्ट्र आदि राज्यों से है। इनमें 8 अफ्रीकी मूल के नाइजीरियन नागरिक भी शामिल हैं जिनको दिल्ली से गिरफ़्तारी किया गया था । इन बाहरी राज्यों के तस्करों द्वारा हिमाचल प्रदेश में चलाये जा रहे चिट्टा तस्करी के 40 से ज़्यादा बड़े अंतर्राज्यीय नेटवर्को को ध्वस्त कर दिया गया है जिससे हज़ारों युवाओं को चिट्टा की आपूर्ति रोकने में जिला पुलिस कामयाब रही है ।
इसी तरह जिला सोलन पुलिस द्वारा नशा तस्करों की सम्पत्ति की जब्ती की प्रक्रिया को इस वर्ष ही पहली बार अजांम दिया गया है। जिला पुलिस सोलन द्वारा इस बार 03 अभियोगों में संलिप्त 7 आरोपियों की करीब 3 करोड़ 53 लाख रु0 से ज्यादा की सम्पति जब्त की जा चुकी है। जिसे सक्षम प्राधिकारी कार्यालय दिल्ली द्वारा तय किया जा चुका है।
इनमें से एक अभियोग जिसमें क़रीब 37 किलो हाई क्वालिटी चरस थी, जबकि 02 मामले चिट्टा तस्क़री के है। जिनमें बाहरी राज्यों पंजाब व हरियाणा में सक्रीय सप्लायरों द्वारा सोलन जिला में चिट्टा की आपूर्ति की जा रही थी। इन मामलों में शामिल हरियाणा के सिरसा ज़िले के रहने वाले आरोपी गुरप्रीत सिंह तथा चंडीगढ़ निवासी आरोपी कपिल गर्ग व अन्य की संपत्ति ज़ब्त की गई है।