बिलासपुर न्यूज : खूंटा गाढ़ने की परंपरा व बैल पूजन के साथ राज्य स्तरीय ग्रीष्मोत्सव शुरू
सुमन डोगरा, बिलासपुर। समकालीन परिस्थितियों के साथ साथ परंपराओं को आगे बढ़ाने के लिए मेले व त्यौहार अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। मंडलायुक्त मंडी रखील काहलों ने राज्य स्तरीय ग्रीष्मोत्सव घुमारवीं 2024 के उद्घाटन के उपरांत अपने संबोधन में यह विचार व्यक्त किए। इससे पहले उन्होंने खूंटा गाड़कर व बैल पूजन कर मेले का शुभारंभ किया।
घुमारवीं वासियों को मेले की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता बनाए रखने में त्योहार व मेले बहुत अहम हैं। लोक परंपराओं और समृद्ध संस्कृति के जीवंत दर्शन हमारे मेलों की विशिष्ट पहचान है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि मेले में छीज ,खेल एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों व लगे स्टालों का घुमारवीं वासी भरपूर आनंद उठाएंगे।
उन्होंने कहा कि नशे से दूर रहने के लिए हम सबको खेलोगे प्रति वह योग के प्रति अपने आप को समर्पित करना आवश्यक है। उन्होंने मेले के सफल आयोजन के लिए मिला आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं उपमंडल अधिकारी गौरव चौधरी मेला कमेटी के सभी सरकारी और सरकारी सदस्यों को शुभकामनाएं दी। उपमंडल अधिकारी घुमारवीं एवं मेला कमेटी के अध्यक्ष गौरव चौधरी ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा मिलने की आयोजन के संबंध में के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय मेल घोषित होने के उपरांत इसके स्वरूप को और अधिक संबंधित किया जाएगा। खंड विकास अधिकारी घुमारवीं विपिन ठाकुर ने अपने संबोधन में सभी का आभार व्यक्त किया मेले के सफल आयोजन में प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी के प्रति उन्होंने कृतग्यता प्रकट की।
सरस्वती विद्या मंदिर घुमारवीं के छात्राओं द्वारा मंगलगान व नृत्य, आयुर्वेद चिकित्सा कार्यलय के योग प्रहरी ने योग प्रदर्शन, नीलकंठ म्यूजिकल ग्रुप दधोल ने लोक नृत्य तथा सुनील शर्मा द्वारा प्रशिक्षित नन्हे बच्चों द्वारा अति सुंदर योग की विभिन्न क्रियो का मार्मिक प्रदर्शन कर वहा वाही लूटी।