हिमाचल निर्माता को नमन : डॉ. परमार की याद में विचार गोष्ठी, कवि गोष्ठी, रक्तदान शिविर व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला
सोलन। सिरमौर कल्याण मंच सोलन हिमाचल निर्माता वाईएस परमार की 118वीं जयंती धूमधाम से मना रहा है। सुबह माल रोड स्थित चिल्ड्रन पार्क में डा. वाईएस परमार की प्रतिमा पर सभी राजनैतिक दलों के लोगों व गणमान्य नागरिकों ने अपनी भावभीनी पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद माल रोड स्थित मुरारी मार्केट के दुर्गा सभागार में विचार गोष्ठी और कवि सम्मेलन के साथ सम्मान समारोह का भी आयोजन किया गया। अब से कुछ देर बाद इसी सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जो देर रात तक चलेगा।
विचार गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए सोलन के जिला उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने कहा कि डा. वाईएस परमार का स्वप्न जमीन पर उतारते हुए आज हिमाचल ने शिक्षा और स्वास्थ्य में देश के सबसे अग्रणी राज्यों की सूची में अपना नाम दर्ज करवा दिया है। लेकिन अभी यह यात्रा थमी नहीं है। इस यात्रा के कई और मुकाम अभी प्रदेश को हासिल करने हैं।
उन्होंने कहा कि किसी भी देश अथवा राज्य का विकास तब तक नहीं हो सकता जब तक वहां के नागरिक ईमानदारी व परिश्रम के दृढ़ संकल्प को लेकर समने नहीं आते। उन्होंने कहा कि गांव गांव को सड़कों से जोड़ने का डा. वाईएस परमार का सपना धीरे धीरे पूरा हो रहा है। अभी डा. परमार के सपनों का हिमाचल बनने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठने बाकी हैं।
पूर्व सांसद वीरेंद्र कश्यप ने इस मौके पर डा. परमार की जीवन से जुड़े कुछ प्रसंग सुनाए और उनकी सदगी और ईमाानदारी के बारे में उपस्थित लोगों को बताया। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष शिवकुमार ने भी डा. परमार को युगदृष्टा बताया। इस सेशन में गिरीराज के पूर्व संपादक विनोद भारद्वाज ने बतौर मुख्य वक्ता डा. परमार के जीवन के कई किस्से उपस्थित लेागों के साथ साझा किए। उन्होंने बताया कि किस तरह से डा. परमार नए नवेले प्रदेश में सड़क निर्माण को प्राथमिकता देते थे। उन्होंने बताया कि डा. परमार सादगी से परिपूर्ण तो थे ही स्वाभिमान भी उनके भीतर कूट कूट कर भरा था।
वरिष्ठ पत्रकार सुशील शर्मा ने भी डा. परमार क शासन व्यवस्था के बारे में उपसिथत लोगों को जानकारी दी। वरिष्ठ साहित्यकार डा. शंकर वशिष्ठ ने भी डा. परमार के जीवन से जुड़े कई ऐसे प्रसंग सुनाए जिनके बारे में आमजन को कम जानकारी है। कांग्रेस नेता जगमोहन मल्होत्रा ने भी डा. परमार के जीवन के कई अनसुने प्रसंग उपस्थित लोंगों के साथ साझा किए।
इसके बाद कवि गोष्ठी का आयोजन किया। कवि गोष्ठी में प्रेमपाल आर्या ने सिरमारी बोली में कविता पाठ किया। कुल राजीव पंत, बिलासपुर से आए रतनचंद निर्झर, रोशन जसवाल विक्षिप्त, हेमंत अत्री, तेजपाल नेगी, केआर कश्यप, के अलावा नवांकुर अर्शिता कंवर, आरुषि शर्मा, रागिनी शर्मा, अनन्या गर्ग ने भी कविता पाठ किया। हिंदी फिल्मों के लिए गीत लिा चुके रमन रघुवंशी ने अपनी कविता ‘माफ करना परमार हमें ….ने खूब तालियां बटोरीं। उनके लिखे गीतों को इलैया राजा के कंपोजीशन में श्रेया घोषाल, जावेद अली, शान, सुनिधी चौहान, उदित नारायण, अभय जोधपुरकर, व मोहित चौहान ने अपनी स्वर भी दिए हैं। इसरो के आजादी सैटेलाइट का टाईट सांगन उन्होंने ही लिखा है।
इस मौके पर 61 यूनिट रक्त संग्रह भी किया गया। कार्यक्रम में सभी रक्तदातों को सम्मानित भी किया गया। इसके अतिरिक्त रक्तदान शिविर के प्रायोजक रवि मदान, राहुल यादव, सांची यादव, उदययादव, गगन चौहान, आदि को भी स्मृति चिहृन देकर सम्मानित किया गया।
नमन : हिमाचल निर्माता डा. वाईएस परमार को सोलन में भाव पूर्ण श्रद्धांजलि
इससे पूर्व आज सुबह हिमाचल निर्माता डॉ. यशवंत सिंह परमार की 118वीं जयंती रविवार को सिरमौर कल्याण मंच सोलन द्वारा धूमधाम से मनाई जा रही है। सर्वप्रथम चिल्ड्रन पार्क स्थित डॉ. यशवंत सिंह परमार की प्रतिमा पर सोलन की कार्यवाहक मेयर मीरा आनंद ने माल्यार्पण किया। इस अवसर पर मीरा आनंद ने कहा कि डॉ. परमार हिमाचल के एक महान सपूत थे। उन्होंने वर्षों तक हिमाचल के मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए हिमाचल को लाभान्वित किया। उनके द्वारा रखी गई हिमाचल की ठोस नींव पर आज हिमाचल प्रदेश पहाड़ी राज्यों में आदर्श राज्य के रूप में उभरा है।
उन्होंने कहा कि आज भी लोग उनकी प्रेरणा, सेवाभाव और उनकी सादगी को अपने जीवन में उतारने की कोशिश करते हैं। उन्होंने डॉ. परमार के दिखाए मार्ग पर चलने का सभी से आह्वान किया।
इस अवसर पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष शिव कुमार, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष संजीव ठाकुर, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष कुल राकेश पंत, नौणी-मझगांव पंचायत के प्रधान मदन हिमाचली, एएसपी रमेश शर्मा, रजिस्ट्रार नौणी यूनिवर्सिटी नरेंद्र चौहान, वन निगम सोलन के डीएम प्रदीप, एपीआरओ नाहन राजेंद्र सिंह, एसडीओ विपुल कश्यप, बिलासपुर के लेखक रतनचंद निर्झर, सिरमौर कल्याण मंच के प्रधान प्रदीप ममगाई, बलदेव चौहान, कंवर वीरेंद्र सिंह, डॉ. रामगोपाल शर्मा, डॉ. लोकेश ममगाई, अरुण भारद्वाज, शमशेर ठाकुर, वरुण चौहान, दर्शन सिंह पुंडीर, मनोज पुंडीर, केवल राम कश्यप, अजय कंवर, गगन चौहान, कमल सिंह कमल, उमेश कमल, सतपाल ठाकुर, एसपी शर्मा, हरिंद्र ठाकुर, आरएस ठाकुर, योगराज चौहान, महेंद्र गौतम, संजय चौहान, सुखदर्शन ठाकुर, संदीप शर्मा, जयचंद शर्मा सहित अनेक लोगों ने डॉ. परमार को श्रद्धासुमन अर्पित किए।