कृषि महाविद्यालय सोलन के प्रथम प्राचार्य को याद किया गया

सोलन। डॉ. यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी में आयोजित एक बैठक में कृषि महाविद्यालय, सोलन के पहले प्राचार्य स्वर्गीय पूरन आनंद अदलखा के योगदान को याद किया।

बैठक की अध्यक्षता प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल ने की। पूरन आनंद अदलखा के बेटे ब्रिगेडियर अनिल कुमार अदलखा (सेवानिवृत्त) और बहू सुनीता अदलखा के साथ बैठक में अनुसंधान निदेशक डॉ. संजीव चौहान; विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. इंद्र देव, और डीन छात्र कल्याण डॉ. केके रैना और पूरन आनंद अदलखा की स्मृति में प्रायोजित विभिन्न स्वर्ण पदक और पुरस्कार जीतने वाले पांच छात्र भी उपस्थित रहे।

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ब्रिगेडियर अदलखा ने अपने दिवंगत पिता की याद में विश्वविद्यालय में ‘सर्वश्रेष्ठ समग्र छात्र’ के लिए एक स्वर्ण पदक प्रायोजित किया है। पूरन आनंद अदलखा, कृषि शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रसिद्ध नाम थे और उन्होंने भारत और पाकिस्तान में प्रतिष्ठित कृषि विश्वविद्यालयों और संस्थानों में अपनी सेवाएं दी। वह एक शिक्षाविद होने के साथ-साथ एक खिलाड़ी भी थे। उनकी याद में विश्वविद्यालय पूरन आनंद अदलखा सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी पुरस्कार भी प्रदान कर रहा है, जो हर वर्ष विश्वविद्यालय की वार्षिक खेल प्रतियोगिता के दौरान सर्वश्रेष्ठ पुरुष और महिला खिलाड़ी को प्रदान किया जाता है। पिछले कुछ वर्षों से विश्वविद्यालय द्वारा स्वर्ण पदक और सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी पुरस्कार दिए जा रहें है।

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कार्यक्रम के दौरान, छात्रों ने इन पुरस्कारों को स्थापित करने के लिए ब्रिगेडियर अदलखा के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इन पुरस्कारों ने उन्हें शिक्षा और खेल दोनों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया हैं। ब्रिगेडियर अदलखा ने इन पुरस्कारों के माध्यम से अपने पिता को सम्मानित करने के लिए विश्वविद्यालय को धन्यवाद दिया और छात्रों को खेलों में अपनी सफलता जारी रखने, विश्वविद्यालय और देश का नाम रोशन करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर प्रोफेसर चंदेल ने कृषि और बागवानी क्षेत्रों में मेधावी छात्रों के निरंतर समर्थन और उस विश्वविद्यालय, जहां उनके पिता ने सेवा की थी, से जुड़े रहने के लिए ब्रिगेडियर अदलखा के प्रयासों की सराहना की।

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