बिलासपुर न्यूज : झंडा रस्म के साथ दावीं घाटी के ऐतिहासिक झंडा मेले का आगाज, वीर सैनिक झंडा की याद में मनाया जाता है तीन दिवसीय मेला
सुमन डोगरा, बिलासपुर। तीन दिवसीय झंडा मेले का सोमवार शाम को आगाज हो गया । मेले के शुभारम्भ पर भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय कार्यकरिणी सदस्य रोशन ठाकुर ने बतौर मुख्यतिथि शिरकत की । मेले के आगाज पर शोभा यात्रा निकाली गई जिसके बाद झंडा देव मंदिर में पूजा अर्चना की गई तथा पूरे क्षेत्र में चूरमें का प्रसाद वितरित किया गया ।
रोशन ठाकुर ने मेला कमेटी के प्रधान सुमन ठाकुर का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनके लिए बड़े सौभाग्य की बात है कि उन्हें इस मेले का शुभारम्भ करने का मौका मिला। उन्होंने मेले के आयोजन के लिए मेला समिति का धन्यवाद व्यक्त किया ।
उन्होंने कहा कि इस मेले में खेलकूद प्रतियोगिताएं करवाई जा रही है जोकि बहुत अच्छी बात है । आजकल युवा नशे में फंसता जा रहा है इससे बचने के लिए खेलकूद ही एक मात्र माध्यम है । इस मेले का मुख्य आकर्षण कुश्ती होती है जो दो दिन तक चलती है। जिसमे देश भर के पहलवान अपनी जोर अजमाइश करते हैं । उन्होंने बताया कि मान्यता है कि झंडा नाम का एक युवक राजा की सेना में सिपाही था जो बहुत बहादुर था ।
एक बार राज्य में युद्ध छिड़ गया। इस युद्ध में झंडा ने बेहतर प्रदर्शन किया । कहा जाता है कि युद्ध लड़ते लड़ते इस वीर सैनिक झंडा की नोआ राजपुरा के पास गर्दन कट गई और यह वीर बिना गर्दन के ही युद्ध लड़ता रहा और दुश्मनों को मारता हुआ झंडा नामक जगह पर पहुँच गया ।
जब दुश्मनों ने देखा कि यह सैनिक बिना गर्दन के वीरता के साथ लड़ रहा है तो वह वहाँ से भाग गये और इस सैनिक ने झंडा नामक स्थान पर अपने शरीर से प्राण त्यागे । तब से इस जगह का नाम इस वीर सैनिक के नाम पर झंडा पड़ा । जहां पर इस सैनिक झंडा का मंदिर भी बनाया गया जिसमे झंडा की मूर्ति स्थापित की गई है । यहाँ के लोग झंडा देव को अपना कुलदेव मानते हैं।
और हर वर्ष इस मंदिर में तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है। जिसमे कुश्तियां मुख्य आकर्षण रहती है कुश्तियों के मुकाबले दो दिन तक चलते हैं। एक दिन छोटी माली के लिए मुकाबले होते हैं तथा दूसरे दिन बड़ी माली के लिए मुकाबले होते हैं। जिसमे देश भर के पहलवान अपनी जोर अजमाइश करते हैं।
इस वर्ष इस मेले में खेल गतिविधियां भी करवाई जा रही हैं। जिसमे मेले के दूसरे दिन कबड्डी के अंडर 17 तथा अंडर 20 मुकाबले करवाए जा रहे हैं। इसके साथ ही क्षेत्र के महिला मंडलों द्वारा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जायेंगे ।
19 जून को मेले का समापन पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर करेंगे।