दिल्ली पहुंचा मस्जिदों में अवैध निर्माण का मामला, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से मिला हिमाचल का मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल
शिमला। राजधानी शिमला के सबसे बड़े उपनगर संजौली में स्थित मस्जिद में अवैध निर्माण और राज्य भर में हिंदू संगठनों के प्रदर्शनों की गूंज दिल्ली पहुंच गई है। हिमाचल से एक मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की। इस मुलाकात में प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि हिमाचल में एक खास समुदाय को प्रदर्शनों के नाम पर निशाना बनाया जा रहा है.प्रतिनिधिमंडल हिमाचल कांग्रेस के अल्पसंख्यक मोर्चे के पदाधिकारी इकबाल मोहम्मद की अगुवाई में दिल्ली पहुंचा था।
इसमें कुछ मस्जिदों के इमाम भी शामिल थे। इस प्रतिनिधिमंडल ने पहले इमरान प्रतापगढ़ी से मुलाकात की थी. इमरान प्रतापगढ़ी ने अपने सोशल मीडिया पन्ने पर मुलाकात की तस्वीरों को डाला है। एक पोस्ट में इमरान ने लिखा-हिमाचल प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल के साथ कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की और वहां की परिस्थिति से अवगत करवाया. मुलाकात के दौरान वेणुगोपाल ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया है कि, ‘कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के मुहब्बत के संदेश को जमीनी स्तर पर लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। कांग्रेस शासित किसी भी राज्य में नफरत के लिए कोई जगह नहीं है। ‘
केसी वेणुगोपाल से मुलाकात से पहले जब हिमाचल के प्रतिनिधिमंडल ने इमरान प्रतापगढ़ी से भेंट की तो उसे लेकर भी सांसद ने पोस्ट डाली है। उस पोस्ट में लिखा-‘हिमाचल प्रदेश से आए हुए प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. वहां घटी हालिया घटनाओं की जानकारी ली, कांग्रेस पार्टी आपसी सौहार्द के लिए प्रतिबद्ध है और कांग्रेस नेतृत्व समाज में भाईचारा बहाल करने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहा है। ‘
इस बीच, गुरुवार को शिमला जिला के नेरवा में हिंदू संगठनों के लोगों ने विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। संगठनों ने कहा कि बाहरी राज्यों से बिना पंजीकरण के आए लोगों के कारण माहौल खराब हो रहा है। उन्होंने बिना पंजीकरण के कारोबार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. इसी तरह के प्रदर्शन हिमाचल के विभिन्न हिस्सों में हो रहे हैं.संजौली, मंडी व घुमारवीं में मस्जिदों में अवैध निर्माण की शिकायतों के बाद तनाव बढ़ा है.संजौली मस्जिद को लेकर तो स्थानीय मुस्लिम कमेटी व वक्फ बोर्ड ने भी आयुक्त से मिलकर ये मांग की है कि उन्हें अनुमति दी जाए तो अवैध निर्माण को वे खुद गिराने के लिए तैयार हैं।