शिमला न्यूज: शांतिपूर्वक तरीके से शुरू हुई सातवें दिन की कार्यवाही, कांगड़ा एयरपोर्ट मामले पर हल्की नोकझोंक
शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र के सातवें दिन की कार्यवाही शांतिपूर्वक तरीके से शुरू की गई। हालांकि, कांगड़ा एयरपोर्ट पर किए प्रश्न पर हल्की नोकझोंक हुई। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि जिला कांगड़ा के गगल एयरपोर्ट में मुआवजे के मामले में कहीं भी भेदभाव होगा तो उसे सरकार गंभीरता से देखेगी। वहां के निवासियों को उचित मुआवजा मिले, इस पर काम चल रहा है। बल्ह एयरपोर्ट के काम को भी आगे बढ़ाया जाएगा। सरकार की किसी को बंद करने की कोई मंशा नहीं है।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने यह बात बुधवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान कही। मुख्यमंत्री सुक्खू धर्मशाला के भाजपा के विधायक सुधीर शर्मा और शाहपुर के कांग्रेस विधायक केवल सिंह पठानिया के संयुक्त सवाल का उत्तर दे रहे थे। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और चुराह के भाजपा विधायक हंसराज ने भी इस पर अनुपूरक सवाल किए। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि आने वाले पांच साल में पर्यटन के क्षेत्र में बहुत खर्च किया जा रहा है। इस संबंध में चंबा, चांशल जैसे कई इलाकों को भी पर्यटन के हिसाब से विकसित किया जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि ये कभी कहते हैं कि कांगड़ा को विंटर कैपिटल बना देंगे। विधानसभा भी वहां चार या पांच दिन चलती है। बातें करते रहेंगे या जमीनी स्तर काम भी करेंगे। पर्यटन कैपिटल शब्दों में नहीं हो सकती है। एक करोड़ रुपये की, दो करोड़ रुपये की योजनाओं से क्या कर पाएंगे। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि जयराम ठाकुर कुछ बातें कन्फ्यूजन में कहते हैं। भाजपा के समय में शिमला एयरपोर्ट को लागू करने की लड़ाई कांग्रेस ने लड़ी है।
पूरे हिमाचल को सरकार हेलीपोर्ट से जोड़ने जा रही है। मंडी का एयरपोर्ट अभी बन रहा है। इसमें कई औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। वित्त आयोग ने कांगड़ा के लिए 400 करोड़ और बल्ह के लिए 1000 करोड़ रुपये देने की बात की है। अगर झूठ लगता है तो प्रिविलेज मोशन लाए जाएं। कांगड़ा में सेक्शन 21 की अधिसूचना होने वाली है। अधिग्रहण शुरू होने वाला है। जयराम यहां पर बैठकर कहते थे कि बल्ह इनका ड्रीम प्रोजेक्ट है। हमने इसे भी बनाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। मंडी के शिवधाम को भी सरकार बनाएगी।
60 फीसदी फलदार पौधे ही लगाए जाएंगे: सुक्खू
प्रश्नकाल में उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू ने कहा कि पौधारोपण के दौरान 60 फीसदी फलदार पौधे ही लगाए जाएंगे। कहा कि राज्य में पौधरोपण की उत्तरजीविता दर 50 से 60 प्रतिशत है। उधर, विधानसभा में आज पूर्व विधायकों की पेंशन बंद करने का प्रस्ताव पारित होगा। साथ ही नौणी बागवानी विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति के विधेयक को भी पारित किया जाएगा। आज से हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शून्यकाल शुरू हो रहा है। प्रश्नकाल के बाद शून्यकाल को शुरू करने के लिए पहली बार व्यवस्था की गई।