हल्द्वानी…गुरुवार को आनी थी चांदनी की बारात, लेकिन दहेज के लालची दूल्हे के परिजनों ने दे दिया धोखा, केस दर्ज
हल्द्वानी। दहेज के लालच ने एक लड़की के सपनों के राजकुमार ने ही उसके नई जीवन के सपनों के तोड़ दिया। आज युवती के घर बारात आने वाली थी लेकिन इससे ठीक एक महीने पहले दूल्हे के परिजनों ने दुल्हन के परिजनों पर दहेज के लिए दवाब बनाना शुरू किया और 1 मार्च को बारात आने की बात भूल जानेके लिए कहा। वहीं हुआ आज एक मार्च को जब बारात नहीं आई तो दुल्हन का भाई कोतवाली पुलिस की शरण में पहुंच गया। पुलिस ने वर पक्ष के खिलाफ दहेज मांगने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार बरेली रोड स्थ्ति उत्तर उजाला निवासी अमन ने पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि उसकी बड़ी बहन 26 वर्षीय चांदनी का विवाह बिचौलिया इस्लाम के माध्यम से समीर चमोलीके थराली स्थित देवराड़ा निवासी समीर के साथ तय हुआ था। 22 अगस्त 2022 को सगाई वनभूलपुरा में ही हुई। सगाई में समीर का पिता नसीर अहमद व उसकी पत्नी गुडिया व पुत्र समीर तथा छोटा पुत्र आरीश तथा पुत्री सेहरीन भी शामिल हुए थे।
सगाई में चांदनी के परिजनों के लगभग एक लाख रुपये खर्च हुए। दोनों पक्षों की सहमति से तय हुआ था कि विवाह की तिथि 1 मार्च 2023 रखी जाए। इसके पश्चात बराबर फोन पर बात होती रही तथा प्रार्थी ने अपनी बहन चाँदनी के विवाह के लिए शादी के कार्ड भी छपवा लिए थे, तथा घुंघट बैंकट बरेली रोड, हल्द्वानी में बुकिंग के लिए एडवांस एक लाख रूपये की धनराशि माह दिसम्बर 2022 में जमा करा दी गई। भेंट स्वरूप विवाह के समय फर्नीचर जिसमें टेबल, सोफा, पलंग, गद्दे आदि सामान के लिए 1 लाख साठ हजार रूपये भी दिए गए।
लगभग 39 हजार रुपये का इलेक्ट्रोनिक सामान व बर्तन 17,745 रूपये में खरीदे गए।खाना बनाने वाले को 70 हजार रुपये एडवांस भी दिया गया। इन सभी तैयारियों में चांदनी के परिजनों के लगभग 3,86,745 रूपये खर्च हुए। लेकिन अचानाक समीर के पिता नसीर ने उनसे स्विफ्ट डिजायर की मांग की गयी।
अमन ने गाड़ी देने में असमर्थता व्यक्त करने पर उसकी बुआ ने नई वेगनार देन का दवाब बनाया। पुनः मना करने पर नसीर अहमद तथा उसकी पत्नी गुड़िया ने घर वापस पहुँचने पर मोबाईल के माध्यम से आगे के कार्यक्रम बावक्त बताने के लिए कहा गया। लेकिन सात दिन बाद उन्होंने शादी से इंकार कर दिया।
अमन ने बताया कि समीर उसके पिता नसीर अहमद उसकी माता गुड़िया उसकी बड़ी बहन सेहरीन (शादी शुदा) छोटा भाई आरीश निवासी ने एक षड़यंत्र कर चाँदनी का भविष्य अंधकार में कर दिया। आज तक उन्हें उम्मीद थी कि समीर के परिजन बारात लेकर आएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ और चांदनी की बारात नहीं आई। अमन के अनुसार इन लोगों ने पूर्व पूर्व में भी समीर का रिश्ता लगभग 4 बार तोड़ा गया है। अब उसने पुलिस ने न्याय की गुहार लगाई है।