ब्रेकिंग …इस बार शीतकाल में बदरी धाम में एक दर्जन साधु करेंगे तपस्या
चमोली। परम्परा के अनुसार शीतकाल के लिए बदरीनाथ मंदिर के कपाट बंद हो गये हैं। मान्यता के अनुसार इस अवधि में देवता भगवान बदरी विशाल की पूजा अर्चना और दर्शन करेंगे। शीतकाल में भी बदरीनाथ साधु संत साधना करते हैं।
इस बार भी साधु संत बर्फ के बीच बदरीनाथ में तप साधना करेंगे। इस बार बदरीनाथ में कपाट बंद होने पर साधना के लिए अभी 12 साधुओं को अनुमति मिली है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 33 साधुओं ने शीतकाल में बदरीनाथ में रहने की अनुमति मांगी है।
पुलिस और प्रशासन सभी आवेदनों की छान बीन और आवश्यक प्रपत्रों के बाद ही शीतकाल में बदरीनाथ में रहने की अनुमति और स्वीकृति देता है। जोशीमठ की उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी ने बताया अभी तक बदरीनाथ में इस शीतकाल में 12 साधुओं को रहने की स्वीकृति उनके आवेदन पर मिली है।
बदरीनाथ में मास्टर प्लान निर्माण कार्य और नमामि गंगे निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है। जिसमें बड़ी संख्या में मजदूर कार्य कर रहे हैं। लोनिवि और विभिन्न निर्माण एजेंसियों के तरह बदरीनाथ में कार्य हो रहा है ।