ब्रेकिंग न्यूज : 13 और 11 साल के बच्चों ने बालक को अगुवा कर पीटा, बाद में मरा जानकर बोरे में बंद करके फेंका
मेरठ। लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र से आठ वर्षीय उमर को अगवा करने के मामले में अब मेरठ पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। बाइक मिस्त्री के भाई दो किशोरों ने उमर से मारपीट की और गला दबाया।
इससे उमर बेहोश हो गया और आरोपी उसे मरा समझकर बोरे में बंद कर फेंक गए थे। पुलिस ने दोनों किशोरों को अभिरक्षा में लेकर कार्रवाई की है।
सीओ कोतवाली आशुतोष कुमार ने बताया कि लिसाड़ी गेट क्षेत्र की रहने वाली इरफाना ने बेटे उमर को अगवा करने के मामले में मुकदमा दर्ज कराया था।
इरफाना का पति समर गार्डन पोदीने वाले खेत निवासी जमालुद्दीन सऊदी अरब में नौकरी करता है। इरफाना का कहना था कि उमर मस्जिद में पढ़ने के लिए घर से गया था। कुछ देर बाद जब उमर का छोटा भाई मस्जिद में पहुंचा तो वह वहां नहीं था।
उसने घर आकर मां को जानकारी दी। लगभग आधे घंटे बाद मासूम कब्रिस्तान व श्मशान के पास बोरे में बंद मिला। एक युवती ने रोने की आवाज सुनकर उसे बोरे से निकाला था।
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि इस मामले में 11 और 13 साल के दो किशोरों को पकड़ा गया है। किशोर न्यायालय में पेश कर कार्रवाई की गई है।
दोनों ने झगड़े के बाद बच्चे को बोरे में बंद कर फेंक दिया था।