हल्द्वानी ब्रेकिंग : आधीरात को नारेबाजी और चीख चिल्लाहट से गूंज उठा एसटीएच परिसर, सुमित ह्रदयेश भी पहुंचे, चिकित्सकों ने मरीज के परिजनों को बंधक बनाकर पीटा!
हल्द्वानी। सुशीला तिवारी अस्पताल में देर रात चिकित्सकों और मरीज के तीमारदारों के बीच खूब बवाल हुआ। एक मरीज के तीमारदार की ओर से आरोप यह था कि जूनियर चिकित्सकों और सुरक्षाकर्मियों ने उसे बंधक बनाकर जमकर पीटा है। जब एसटीएच प्रशासन के हाथों से हालात निकल गए तो पुलिस को सूचना दी गई। भारी पुलिस बल के एसटीएच में पहुंचने के बाद दोनों पक्ष शांत हो सके।
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मिली जानकारी के अनुसार डहरिया निवासी योगेश मौर्य अपने पिता प्रेमशंकर मौर्य को तबीयत खराब होने पर सुशीला तिवारी चिकित्सालय ले गए। लेकिन यहां आपातकालीन कक्ष में तैनात जूनियर डाक्टरों ने उनके पिता को नहीं देखा। इस पर जब उन्होंने चिकित्सकों से जब उनके पिता को जल्दी देखने के लिए कहा तो वे हत्थे से उखड़ गए। उन्होंने जब चिकित्सक गाली गलौच कर रहे थे तो उसी वक्त योगेश ने अपने मोहल्ले में फोन करके पड़ोसी दीवान सिंह बिष्ट और उमेश बुधानी को मदद के लिए बुलाया। वे भी कुछ देर में चिकित्सालय में पहुंच गए। जब उन्होंने चिकित्सकों से मरीज को देखने के लिए कहा तो चिकित्सक और भड़क गए। इसके बाद जूनियर डॉक्टर और सुरक्षाककर्मी तीनों को एक कमरे में ले गए और तीनों की की खूब पिटाई की। उनको इस पिटाई से गंभीर चोटें आई हैं।
जब तीनों ने चिकित्सकों की कैद से छूट कर यह बात अपने अन्य परिचितों को बताई तो आधी रात को एसटीएच में हंगामा हो गया। बात बिगड़ी तो पुलिस को सूचना दी गई। भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। एसटीएच में हंगामें की खबर मिली तो कांग्रेसी नेता सुमित हृदयेश भी अपने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ एसटीएच पहुंचे गए। नारेबाजी और शोर शाराबे का दौर शुरू हो गया।
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जैसे तैसे पुलिस अधिकारियों ने हंगामा कर रहे लोगों को समझाया और तीनों घायलों को बेस चिकित्सालय पहुंचाया। एसपी सिटी जगदीश चंद्रा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलफ कार्रावाई की जाएगी। पुलिस ने एसटीएच के आपात कक्ष में लगे सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेकर उसकी पड़ताल शुरू कर दी है।