आग का खेल @ उत्तराखंड : हाट गांव में टीएचडीसी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान तीन युवकों ने अपने ऊपर डीजल छिड़का, पुलिस ने बचाया

चमोली। टीएचडीसी के पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर रहे हाट गांव के युवकों और महिलाओं का पारा अचानक सातवे आसमान पर चढ़ गया। युवक मंडल दल के अध्यक्ष समेत कम से कम तीन लोगों ने अपने आप पर डीजल छिड़ककर आत्म दाह करने का प्रयास किया। पुलिस मौके पर ही थी इसलिए उन्हें आग लगाने से पहले ही बचा लिया गया। मौके पर अभी तनाव फैला हुआ है। पुलिस मौके पर ही है और प्रशासनिक अधिकारियों का इंतजार किया जा रहा है।

ग्रामीणों का कहना है कि टीएचडीसी ने उनकी जमीन का अधिगृहण तो कर लिया लेकिन उनसे किए गए वायदे आज भी पूरे नहीं हो सके हैं। विकासखंड के ज्येष्ठ प्रमुख पंकज हटवाल के ने बताया कि टीएचडीसी और एचसीसी ने विद्याुत परियोजना बनाने से पूर्व प्रभावित होने वाले ग्रामीणों से कई वायदे किए थे।

लव—सेक्स और धोखा @ हल्द्वानी : शादी का झांसा देकर बनाए कई साल संबंध, अब विवाह से मुकरा, पहुंच गया जेल

यह भी पढ़ें 👉  ब्रेकिंग न्यूज : पति-पत्नी के झगड़े में बीच बचाव करने गए पड़ोसी की पति ने सिर पर रॉड मारकर कर दी हत्या

जब वचायदे पूरे नहीं हुए तो ग्रामीणों ने कंपनियों की शिकायत प्रशासनिक अधिकरियों से भी की, लेकिन प्रशासन भी उनकी बात सुनने को राजी नहीं है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के साथ पूर्व में हुए समझौते को लागू करने से टीएचडीसी प्रबंधन लगातार पीछे हट रहा है। इससे ग्रामीणों में रोष पनप रहा था। आज सभी ग्रमीण एकत्र होकर कंपनी व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। तब ही यह घटना घटी।

यह भी पढ़ें 👉  देहरादून ब्रेकिंग : ​नामी शिक्षण संस्थान से बीकाम कर रही लेसाथो निवासी छात्रा से सूडान के छात्र ने किया दुष्कर्म

जागते रहो @ उत्तराखंड : मौसम विभाग ने भेजी भारी बारिश की चेतावनी, SDRF हुई अलर्ट


दूसरी ओर पंचायत प्रधान राजेंद्र हटवाल ने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए ग्रमीणों ने अपनी जमीन देते वक्त कंपनियों के सामने कुछ शर्तें रखी थीं, तब कंपनियों ने प्रशासन के सामने इस शर्तों को पूरा करने का आश्वासन दिया था लेकिन अब ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं ऐसे में न तो प्रशासन ही उनकी सुध ले रहा है और न ही कंपनियों के कानों में जूं रेंग रही है। उन्होंने कहा कि परियोजना का निर्माण शुरू हो चुका है लेकिन कंपनियों के वायदे अभी तक सिरे नहीं चढ़ सके हैं। ऐसे में ग्रामीणों का गुस्सा जायज है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *