आपदा ब्रेकिंग @ बागेश्वर : कपकोट तहसील के गांवों में बारिश का कहर, एक घर ढहा, पशुशाला में पशु दबे, मछली का तालाब और अदरक के खेत भूस्खलन से बर्बाद
बागेश्वर। रविवार की रात हुई बारिश कपकोट तहसील के कई गावों के लिए तबाही लेकर आई। यहां के पोथिंग गांव में बारिश के चलते एक मकान ढह गया। यहां दो अन्य मकान खतरे की जद में हैं। इस मकान के स्वामी का परिवार अन्य ग्रामीणों के घर में शरण लिए हुए हैं। उधर चचई के सुमोड़ा तोक में एक पशुशाला ढहने से कई बकरियों और गौवंश के दबने की खबर भी आ रही है। यहां अदरक के खेत में भूस्खलन से जमीन बह गई। एक ग्रामीण का मछली का तालाब भी भूस्खलन की चपेट में आकर ढह गया। उसकी सभी मछलियां मलबे में दब कर कर गईं।
तहसील प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार रविवार की रात हुई बारिश से पोथिंग गांव के महरपानी तोक में हरचन राम का मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गया। उनके साथ में रमी राम और गोपुली देवी का मकान भी खतरे की जद्द में है। हरचन राम का परिवार लोगों के घरों में शरण लेने को मजबूर है। इन ग्रामीणों ने अपने पालतू जानवर खुले में बांधे हैं।
ग्रामीणों की राशन औऱ खाद्यान सामग्री भी मलबे में गयी है। क्षेत्र पंचायत सदस्य भूपेश गढिया, कमलेश गढिया, गोकुल राम, भूपेश दानू, संतोष बिष्ट ने प्रशासन से सहायता करने की मांग की है। उधर चचई गांव में रमेश राम दो नाली भूमि में दो कुंटल अदरक भूस्खलन की चपेट में आ गया। गोविंद राम की मछली का तालाब भी इसकी चपेट में आ गया।
दो लाख की लागत से बने तालाब में मछली पल रही थी। हरचंद राम, प्रेम राम, बलवंत राम, किशन राम, केदार के खेत बह गए पटवारी पंकज शाह ने कहा कि गांव का मौका मुआयना कर जांच रिपोर्ट तहसीलदार को सौंप दी है।