लालकुआं… #भाजपा विरोध का मामला : भाजपा ने शुरू किया राजनैतिक आपदा प्रबंधन, प्रदेश अध्यक्ष और जिले के प्रभारी मंत्री पहुंचे बिंदुखत्ता, लेकिन अब उठ गई यह बात, कांग्रेस ने ली चुटकी
हल्द्वानी। लालकुआं विधानसभा क्षेत्र के बिंदुखत्ता इलाके में युवा वर्ग द्वारा दो दिन में दोबार भाजपा नेताओं का विरोध पर पार्टी हाईकमान ने तुरंत एक्शन लिया और आज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और बाद में पार्टी के जिला प्रभारी बिंदुखत्ता के दौरे पर पहुंच गए। दरअसल कल और परसों क्षेत्र में पहुंचे भाजपा नेताआेंं का वहां के युवाओं द्वारा किया गया विरोध इस चुनावी मौसम में पार्टी के लिए भी किसी आपदा से कम नहीं था। उन्होंने आपदा पीड़ितों से मुलाकात कर उनकी हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया।
आसमान से बरसी प्राकृतिक मुसीबत के समय पार्टी ने आपदा प्रबंधन के बहाने राजनैतिक आपदा प्रबंधन के भी दर्शन करा दिए। पार्टी के दोनों पदाधिकारी उन सभी नेताओं को लेकर बिंदुखत्ता पहुंचे जिनका विरोध वहां के युवाओं ने दो दिनों के भीतर किया था। इससे यह संदेश भी दिया गया के पार्टी के नेता आम जनता की कड़वी बातों का बुरा नहीं मानती। लेकिन पार्टी के मंडल अध्यक्ष दीपक जोशी वहां कैसे गए होंगे, यह पता नहीं क्योकि कल रात को वे कह आए थे कि यहां नहीं आएंगे।
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आज दोपहर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, क्षेत्रीय विधायक नवीन दुम्का, जिला अध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, मंडल अध्यक्ष दीपक जोशी आदि के साथ बिंदुखत्ता के आपदा प्रभावित इलाकों में पहुंचे। यहां उन्होंने आपदा पीड़ितों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। शाम को नैनीताल जिले के प्रभारी मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद बिंदुखत्ता जा पहुंचे। इनके साथ भी वे सभी नेता थे जिन्हे कल और परसों बिंदुखत्ता में विरोध का सामना करना पड़ा।
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अब मामना जा रहा है कि पार्टी ने बिंदुखत्ता में सुलगी विरोध की चिंगारी पर समय रहते पानी डाल दिया है। आज फिलहाल कहीं से भी किसी भाजपा नेता के विरोध की खबर नहीं है।
लेकिन शाम ढलते ढलते यह बात सामन आने लगी कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बिंदुखत्ता तो गए लेकिन उन इलाकोंमें नहीं गए जहां लोगों का ज्यादा नुकसान हुआ है। यहीं नेताओं का विरोध भी हुआ था। कहा जा रहा है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जनता के भारी विरोध की आशंका के चलते गौला नदी के तटवर्ती आपदा प्रभावित क्षेत्र में नहीं गए।
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वे सुभाष नगर से बिंदुखत्ता में दाखिल हुए और घोड़ानाला होते हुए काररोड से बाहर निकल आए। बिंदुखत्ता इलाके में भाजपा के विरोध की खबरों के बीच अब पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल ने मोर्चा संभाला है। उन्होंने कहा कि सरकार और भाजपा संगठन बिंदुखत्ता में दौड़ तो रहे हैं, लेकिन पीड़ितों को दे क्या रहे हैं यह उन्हें स्वयं नहीं पता। बेघर हुए आपदा पीड़ितों के लिए अस्थायी रूप से फेब्रीकेटड आवास देने की बात सेंचुरी पेपर मिल ने की है।
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इसके लिए सेंचुरी पेपर प्रबंधन का धन्यवाद लेकिन सरकार ने उनके लिए क्या किया यह नहीं पता। वे कहते हैं कि युवाओं का गुस्सा जायज है। फेब्रीकेटेड मकान बेघर हुए लोगों की समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो सकते। इसके लिए तो सरकार को उन्हें पक्के मकानों में ही बसाना होगा और जिन लोगों की जमीन नदी के कटाव की भेंट चढ़ गई है उन्हें जमीन अलॉट करके मकान बनाकर देने होंगें। लेकिन सरकार की ओर से अभी तक कोई ऐलान इस सिलसिले में नहीं किया गया है। इसीलिए बिंदुखत्ता का युवा वर्ग सरकार से नाराज है और उसके नेताओं से सवाल कर रहा है।