कुल्लू… #अग्निकांड : विश्व के सबसे पुराने लोकतंत्र को सहेजने वाले मलाणा गांव में आग से 16 मकान राख, 150 लोगों के सिर से छिनी छत
कुल्लू। विश्व के सबसे प्राचीन लोकतंत्र कहे जाने वाले कुल्लू जिले के ऐतिहासिक गांव मलाणा में आग से काष्ठकुणी शैली के बने 16 मकान जलकर राख हो गए। मंगलवार देर रात करीब एक बजे धाराबेहड़ में एक मकान में आग लगी। इसके बाद आग की लपटों ने साथ लगते दूसरे मकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया। देखते ही देखते कुछ घंटों में ही 16 मकान राख का ढेर बन गए।
आग से गांव के 150 लोग प्रभावित हुए हैं और करीब नौ करोड़ का नुकसान बताया जा रहा है। गांव तक सड़क सुविधा न होने से स्पैन की मदद से आग बुझाने के उपकरण और राहत सामग्री घटनास्थल तक पहुंचाई गई। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने घटना पर दुख व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को घटना स्थल का दौरा कर प्रभावित परिवारों को तुरंत राहत और पुनर्वास सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। सर्द मौसम के बीच 150 लोग अब खुले आसमान के नीचे आ गए हैं। देर रात आग लगने से गांव में अफरातफरी मच गई। लोग अपनी जान बचाकर घरों से बाहर दौड़े। सूचना मिलते ही रात डेढ़ बजे अग्निशमन विभाग और पुलिस बल को घटना स्थल के लिए रवाना किया गया।
जब कुल्लू से करीब 60 किलोमीटर दूर मलाणा के आखिरी छोर तक टीम पहुंची तो यहां फायर उपकरण गांव तक पहुंचाने में और भी समय लग जाता।
ऐसे में फायर उपकरण व अन्य राहत सामग्री को तार स्पैन से बुधवार सुबह 3:45 बजे गांव तक पहुंचाया गया। इसके बाद दमकल विभाग ने आईटीबीपी के जवानों और ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक 16 आशियाने राख के ढेर में बदल चुके थे।
रिहायशी मकानों के समीप ही पशुचारा इत्यादि का भी भंडारण किया था, जिसके चलते अधिक नुकसान हो गया। उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने कहा कि घटनास्थल पर जाकर राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया गया है। प्रभावित परिवारों को फौरी राहत प्रदान की जा रही है। इस दौरान पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा, एसडीएम विकास शुक्ला आदि मौजूद रहे।