हल्द्वानी… #आप की राजनीति : बाजी पलटी, अब कुछ खफा-खफा से दिख रहे हैं अपने वर्मा जी, टिक्कू ने छोड़ा कोप भवन, फ्रंट फुट पर बैटिंग शुरू
तेजपाल नेगी
हल्द्वानी। टिकट हासिल करने की नेताओं की होड़ तो जग प्रसिद्ध है ही। जरा से नकरात्मक संदेश मिलने के बाद नेताओं का कोप भवन में बैठ जाने की घटनाएं भी चर्चाएं पाती रहती है। लेकिन आम आदमी पार्टी यानी आप (#AAP)के लिए जी जान लगा रहे व्यवसायी से ताजा—ताजा नेता बने अपने वर्मा जी भी इन दिनों एक तरह से कोप भवन में जा बैठे हैं। इसके उल्टे अचानक साइलेंट मोड (Silent_Mode) में चले गए टिक्कू जी अपने झंडे बैनरों को झाड़ फूंक कर दोबारा से मैदान में आ डटे हैं। अगर वहीं हुआ जैसा कि आप और हम समझ रहे हैं तो अपने वर्मा जी कोई बड़ा फैसला लेने के मूड में दिखाई पड़ रहे हैं। हो सकता है जल्दी ही वर्मा जी मीडिया से मुखातिब होकर अपनी अगली रणनीति का खुलासा करें। लेकिन तब तक कयास लगाने में क्या जाता है।
पौड़ी… #दुखद : गुलदार ने बुजुर्ग महिला को बनाया निवाला
दरअसल हल्द्वानी विधानसभा क्षेत्र की चुनावी बिसात पर अपने अपने मोहरे सेट करने में लगे समित टिक्कू (#Samit_Tikku)को निगेटिव संकेत तब मिला था जब अरविंद केजरीवाल (Arvind_Kezariwal) हल्द्वानी के दौरे पर आए थे। तब रामशरण वर्मा को अचानक अधिक अधिमान मिलने से टिक्कू की समझ में आ गया था कि टिकट के दावेदारों के सूची से उनका पत्ता कटने जा रहा है। पूरा शहर वर्मा के बैनरों, फ्लैक्सी और पोस्टरों से पाट दिया गया था। समित इस घटना के बाद से अचानक एकांतवास पर चले गए। उनकी रैलियां व जन संपर्क एक तरह से रूक गया। उनके कार्यकर्ता भी घर बैठकर अपने नेता जी के अगले इशारे का इंतजार करने लगे।
हल्द्वानी… #राजनीति : हरक बोले— विरोधी उड़ा रहे अफवाह, मैं कहीं नहीं जा रहा
इधर वर्मा के आंगन में अचानक हरियाली छा गई। उनके कार्यकर्ता जोशों खरोश के साथ अपने नेताजी के प्रचार में जुट गए। घर—घर चुनाव प्रचार की रणनीति पर काम तेजी से शुरू हो गया। जहां नेताजी नहीं पहुंच रहे थे वहां समर्थक पहुंच रहे थे। बैनर होडिंग्स और पोस्टर पहले ही लगे थे। आज की तारीख में 4800 फेसबुक दोस्त वाले अपने पेज पर वर्मा जी अचानक एक्टिव हे गए थे। यूं समझिए की फ्रंट फुट पर बैटिंग शुरू हो गई। लेकिन सितंबर महीने का पहला सप्ताह गुजरते— गुजरते वर्मा जी की सोशल मीडिया पर सक्रियता जाती रही। 14 सितंबर को उन्होंने कर्नल की सेना हुई तैयार नाम से एक पोस्ट साझा की।
फिर फेसबुक छूट ही गया, न कोई फोटो, न वीडियो और न ही महापुरूषों के की जयंती या पुण्यतिथि पर नमन और न ही त्योहारों की शुभकामनाएं। फिर आया अक्टूबर का महीना , 7 अक्टूबर को अंतिम श्राद्ध के दिन फेसबुक पेज पर उनकी सक्रियता का भी श्राद्ध हो गया। तब से उनके फेसबुक पेज पर सन्नाटा है। अलबत्ता समर्थकों से मिलने मिलाने का दौर जारी है वह भी पहले जैसा नहीं। लोग आते हैं कदम पीछे न खींचने के लिए सचेत करते हैं। वर्मा जी सबकी सुनते हैं और सबको काम करते रहने के लिए कहते हैं।
उधर समित टिक्कू अब विधानसभा प्रभारी बन चुके हैं। इस पद पर बिठाए जाने के बाद उनके अंदर नया जोश भर गया है। सूने पड़े राजनैतिक आंगन में फिर से चहल पहल हो गई है। एक बड़ी रैली कर चुके हैं। दूसरा कार्यक्रम अब से कुछ देर बाद होने जा रहा है। दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री का कार्यैक्रम लाइन नंबर 17 में रखा ग्रया है। कार्यकर्ता फिर से लोगों तक पहुंच बनाने में जुट गए हैं। समय कम है और काम अधिक। इसलिए रोजाना सुबह ही घर से निकल जाते हैं।
पार्टी का टिकट किसे मिलता है और वह यहां की जनता का कितना विश्वास जीतता है, यह तो समय ही बताएगा लेकिन इतना तय है कि दोनों ही खेमों में टिकट घोषित होने तक कभी खुशी कभी गम जैसी स्थिति बनी रहेगी।
उत्तराखंड… #कोरोना ब्रेकिंग : नैनीताल के रामनगर में कोरोना धमाका,आईआरबी बैलपड़ाव में 25 पुलिसकर्मी पाजिटिव मिले, प्रदेश में कुल 53 मामले सामने आए