सितारगंज…राजनीति: दादा यूपी के सीएम, पिता उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और अब पोता बना उत्तराखंड का कैबिनेट मंत्री

नारायण सिंह रावत
सितारगंज।
प्रदेश की राजनीति में बड़ा कद रखने वाले बहुगुणा परिवार में एक और उपलब्धि और। सितारगंज से लगातार दूसरी बार जीते सुरभ बहुगुणा को प्रदेश का कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। इसके पहले सितारगंज से जीतकर विजय बहुगुणा मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे थे।


वर्ष 2012 में पूर्व सीएम विजय बहुगुणा को मुख्यमंत्री बनाया गया था। लेकिन वह विधानसभा के सदस्य नहीं थे। भाजपा के तत्कालीन विधायक किरण मंडल ने विजय बहुगुणा के लिए अपनी सीट छोड़ दी। इसके बाद विजय बहुगुणा सितारगंज से चुनाव लड़े और विधायक चुने गए। बाद में वह भाजपा में चले गए। इसके बाद उन्होंने अपनी सीट बेटे सौरभ बहुगुणा के लिए छोड़ दी। सौरभ 2017 और 2022 से लगातार दो बार विधायक हैं। सौरभ बहुगुणा के कैबिनेट मंत्री बनने के बाद सितारगंजवासियो के साथ ही राज्यवासी बधाइयां दे रहे हैं।

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राजनीति के इतिहास में बहुगुणा परिवार के सितारगंज आने के बाद क्षेत्र का मान सम्मान दूसरी बढ़ सका है। इससे पहले भी अन्य दलों के कई जनप्रतिनिधि चुने गए थे। लेकिन वर्ष 2012 में पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के सितारगंज में उप चुनाव लड़ने के बाद क्षेत्र का नाम अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर उभर गया था।

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सीएम रहते विजय बहुगुणा ने क्षेत्रीय विकास को लेकर ऐतिहासिक घोषणाएं की। उसके बाद वर्ष 2022 में दूसरी बार पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के विधायक पुत्र सौरभ बहुगुणा को कैबिनेट मंत्री के पद से नवाजा गया है।

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सितारगंज क्षेत्र का मान सम्मान बढ़ने से क्षेत्रवासियों में हर्ष का माहौल है। आपको स्मरण करा दें कि 1973 में सौरभ के दादा हेमवती नंदन बहुगुणा को यूपी को सीएम बनाया गया था। लेकिन दो सातल बाद 1975 में उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ गया था। इस तरह बहुगुणा परिवार की तीन पीढ़ियों में अब तक दो मुख्यमंत्री और एक कैबिनेट मंत्री बन चुके हैं।

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