उत्तराखंड…डबल ध …माल: सरकारी डाक्टर का प्राइवेट अल्ट्रासाउंड क्लीनिक सील
ऋषिकेश। स्थानीय प्रशासन ने ऋषिकेश में एक सरकारी डाक्टर रेडियोलॉजिस्ट के प्राइवेट अल्ट्रासाउंड क्लीनिक को सील किया है। आरोप है कि रेडियोलॉजिस्ट सरकारी अस्पताल में सुबह हाजिरी लगाने के बाद अपने अल्ट्रासाउंड क्लीनिक में जाकर मरीजों की जांच कर रहे थे। इस तरह की शिकायत पिछले काफी लंबे समय से मिल रही थी।
शारदीय नवरात्र का पहला दिन आदर्श ग्राम, पुष्कर मंदिर मार्ग पर प्राइवेट अल्ट्रासाउंड क्लीनिक संचालित करने वाले सरकारी अस्पताल ऋषिकेश के एक रेडियोलॉजिस्ट डाक्टर पर भारी पड़ा। सोमवार दोपहर करीब 12 बजे एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी, सीएमएस डा- पीके चंदोला पुलिस के साथ सरकारी डाक्टर के प्राइवेट अल्ट्रासाउंड क्लीनिक पहुंचे और छापेमारी की।
कार्रवाई के दौरान प्रशासन ने सरकारी अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट को उनके प्राइवेट क्लीनिक में मरीज का अल्ट्रासाउंड जांच करते हुए पकड़ लिया। जबकि अल्ट्रासाउंड जांच के लिए क्लीनिक में लोग अपनी बारी का इंतजार करते मिले। जिसमें महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। प्रशासनिक टीम ने सरकारी अस्पताल में डयूटी के समय खुद के प्राइवेट अल्ट्रासाउंड क्लीनिक में मरीजों की जांच करने का दोषी पाया। उपजिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि सरकारी डाक्टर के मनन्त नाम से संचालित प्राइवेट अल्ट्रासाउंड क्लीनिक को सील कर दिया है।
बताया कि पिछले काफी समय से सरकारी अस्पताल में हाजिरी लगाने के बाद रेडियोलॉजिस्ट यूएस खरोला के अस्पताल से गायब होने की शिकायत मिल रही थी] जिसके आधार पर कार्रवाई की गई।
सरकारी डाक्टर के प्राइवेट अल्ट्रासाउंड क्लीनिक में भ्रूण लिंग परीक्षण की प्रशासन ने आशंका जतायी है। एसडीएम ने बताया कि प्राइवेट अल्ट्रासाउंड क्लीनिक में कार्रवाई के दौरान जांच कराने वाली ज्यादातर महिलाएं नजर आयी। पूछताछ करने पर महिलाएं सकपका गई। मामले की जांच की जाएगी।
आरोप साबित होने पर नियमानुसार कार्रवाई होगी। उपजिलाधिकारी एसएस नेगी ने सरकारी अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा- पीके चंदोला को डयूटी के समय खुद के प्राइवेट अल्ट्रासाउंड क्लीनिक में मरीजों की जांच करने वाले सरकारी डाक्टर के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।