हल्द्वानी…तस्कर पकड़ा गया तो पांच छह महीने दुबके रहे नशीले इंजेक्शनों के फुटकर सौदागर, देर रात बाहर निकले और पुलिस ने दबोच लिया
हल्द्वानी। वनभूलपुरा पुलिस नशे के 105 इंजेक्शनों के साथ गौलापार और वनभूलपुरा क्षेत्र के रहने वाले दो युवकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवकों का कहना है कि नशे की यह खेप उनके पास कई दिनों से पड़ी थी लेकिन पुलिस की कार्रवाई के डर से वे इसे बेचने नहीं निकल पा रहे थे।
मिल रही जानकारी के अनुसार बुधवार की रात लगभ दस बजे एसआई मनोज यादव, चीता पुलिसके जवान हरीश रावत व इमदाद हुसैन के साथ अपनी अपनी बाइकों पर गश्त पर निकले थे। बाद में उन्होंने अपनी बाइकें खड़ी करके पैदल ही क्षेत्र में गश्त करने का फैसला किया। जब वे बोल्गा होटल वाली गली से होते हुये रेलवे स्टेशन की ओर बढे तो सामने से 2 व्यक्ति आते दिखाई दिये। उन्होंने हाथों में कुछ सामान पकड़ रखा था।
पुलिस पर नजर पड़ते ही दोनों वापस मुड़कर भागने लगे। पुलिस ने भी उनकापीछाकिया और गली के अंत में रेलवे की बैरिकेंडिंग से टकरा कर वे गिर गए। पुलिस ने बोल्गा होटल के पीछे बने टिन शैड के सामने रेलवे आवासीय परिसर को जाने वाले मार्ग की ओर सडक के पुख्ते पर उन्हें दबोच लिया। पकड़े गए पहले युवक ने अपना नाम ललित थापा बताया। 20 वर्षीय ललित गौलापार के बागजाला का रहने वाला है।
जबकि दूसरा 22 वर्षीय आशीष उर्फ लल्ला, जवाहर नगर जाम फैक्ट्री के पीछे का रहने वाला है। उनके हाथों में पकड़े थैलों को खोलने पर ललित के पास से LEEGESIC ( Buprenorphine injection) के 33 तथा Avil ( Pheniramine Maleate Injection ) के कुल 25 इन्जेक्शन बरामद हुए। आशीष के हाथ में पकड़े बैग से पुलिस को LEEGESIC तथा AVIL 47 इन्जेक्शन बरामद हुए।
सख्ती से पूछताछ ललित और लल्ला ने बताया कि नशे का यह सामान उन्हें उनके दोस्त जोशी बिहार, गौजाजाली में रहने वाले विशाल गुप्ता ने पांच — छह महीने पहले बेचनेके लिए दिया था। जिसमे से हमने कुछ माल तो पहले ही बेच दिया था परन्तु उसके बाद विशाल गुप्ता गिरफ्तार हो गया और जेल चला गया। और डर के मारे उन्होंने कुछ महीनों तक काम बन्द कर दिया।
अब जब बात पुरानी हुई तो वे बचे हुए माल को बेचने के लिए निकले और पुलिस द्वारा दबोच लिए गए। पुलिस ने दोनों को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया है।