हिमाचल ब्रेकिंग : वीरभद्र गुट के दो विधायकों की सुरक्षा बढ़ाई

शिमला ।  वीरभद्र गुट के दो विधायकों नंदलाल और मोहन लाल ब्राक्टा की सुक्खू सरकार ने सुरक्षा और कड़ी कर दी है। उन्हें फोर प्लस सिक्योरिटी दी गई है, जिसमें एक हवलदार और चार सिपाही रहेंगे।

नंदलाल सातवें वित्तायोग के अध्यक्ष और मोहन लाल बरागटा मुख्य संसदीय सचिव हैं। सरकार गिराने के पहले प्रयास में असफल रही भाजपा की किसी भी अगली चाल से बचने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है। सुरक्षा बढ़ाने के लिए इन दोनों ही विधायकों ने सहमति दी है।

उधर, मंत्रिमंडल की बैठक के बाद उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री डैमेज कंट्रोल करने के लिए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह से मिलने उनके निवास हॉलीलाज गए। दरअसल, प्रतिभा सिंह भी लगातार ऐसे बयान दे रही हैं, जो सरकार की मुश्किलें बढ़ाते रहे हैं और विपक्ष का हथियार बन रहे हैं। दूसरी ओर, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से नाराजगी जाहिर कर चुके लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह की नई दिल्ली में भाजपा के केंद्रीय नेताओं से मिलने की चर्चा है।

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बगावती भाषा बोल रहे विक्रमादित्य सिंह के अगले रुख पर भी सबकी नजरें टिकी हैं। शनिवार को कैबिनेट की बैठक के तुरंत बाद सुक्खू सरकार के दो भरोसेमंद मंत्री जगत सिंह नेगी और यादविंद्र गोमा चंडीगढ़ रवाना हो गए। वे क्यों गए, इसका अभी खुलासा नहीं हुआ है। सुक्खू के नजदीकी मंत्री हर्षवर्धन चौहान पहले से ही चंडीगढ़ में हैं। इससे भी सियासी हलचल है।

सूत्रों के अनुसार राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री की मंत्रियों से अलग से बैठक हुई है, उसके बाद ही दोनों मंत्री चंडीगढ़ गए हैं।

कांगड़ा के कांग्रेस विधायक भवानी पठानिया को कैबिनेट मंत्री के बराबर का दर्जा

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सरकार ने शनिवार को कांगड़ा जिले की फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक भवानी सिंह पठानिया को कैबिनेट मंत्री के बराबर का दर्जा दिया। उन्हें राज्य योजना बोर्ड का उपाध्यक्ष बनाया गया है। भवानी सिंह पठानिया वीरभद्र खेमे के प्रमुख नेता एवं मंत्री रहे सुजान सिंह पठानिया के बेटे हैं।

 भवानी का दोनों ही गुटों से तालमेल है। यह मालूम रहे कि वीरभद्र गुट के एक अन्य नेता नंदलाल को एक दिन पहले ही कैबिनेट मंत्री के स्तर का दर्जा देकर उन्हें सातवें वित्तायोग का अध्यक्ष बनाया गया है। विधायकों को सरकार में जगह देकर अपने पक्ष में साधने के प्रयास हो रहे हैं।

डैमेज कट्रोल के लिए अभी और भी हो सकती हैं ताजपोशियां, चार और विधायक सूची में

डैमेज कंट्रोल के लिए अभी सुक्खू सरकार और भी ताजपोशियां करने की तैयारी में है। एक दर्जन निगमों-बोर्डों और स्वायत्त संस्थानों में कई अध्यक्षों और उपाध्यक्षों की नियुक्तियां की जानी हैं। इसके लिए असंतुष्टों और ओहदों के ख्वाहिशमंदों की एक सूची बनाई जा रही है। इस सूची में चार विधायकों के नाम शामिल हैं। यह कांगड़ा, हमीरपुर और मंडी तीनों ही संसदीय क्षेत्रों से हैं।

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बागियों को पछतावा, मुझसे कर रहे हैं संपर्क : सुक्खू

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 80 फीसदी विधायक एक साथ हैं। बाकी 20 प्रतिशत में छोटे-छोटे मामलों को लेकर ही कुछ असंतोष है। यह मेरी जिम्मेवारी है कि चीजें स्पष्ट हों। इसके लिए वह सबके साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं। भाजपा का हौसला क्रॉस वोटिंग से बढ़ा है, मगर यह स्थिति दोबारा बनने वाली नहीं है। बागियों को पछतावा है, वे मुझसे संपर्क कर रहे हैं।

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