सोलन ब्रेकिंग : छह साल से अंडर ग्राउंड रही बहू की हत्यारिन सास, पुलिस उठा लाई मथुरा से, जेल भेजा
सोलन। दहेज की मांग को लेकर बहू की हत्या के मामले अदालत से सात साल की सजा पाने वाली एक सास को पूरे छह वर्ष बाद धर्मपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर उसके असली ठिकाने पर पहुंचा दिया है। उसे उत्तर प्रदेश के मथुरा से गिरफ्तार किया गया।सर्वोच्च अदालत का फैसला आने के बाद आरोपी सास अंडर ग्राउंड हो गई थी, तब से पुलिस तीस से ज्यादा बार उसकी गिरफ्तार के लिए संभावित ठिकानों तक पहुंची लेकिन हर बार महिला पुलिस टीम को चकमा देकर गायब हो जाने में कामयाब रही। कल पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके अदालत के समाने पेश किया जहां से उसे सात साल की सजा काटने के लिए शिमला की कंडा जेल भेज दिया गया।
सोलन के एसपी गौरव सिंह ने बताया कि 14 जून 2001 को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी निवासी एक पिता ने सोलन के सदर थाने में तहरीर देते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी बेटी की शादी यूपी के जालौन जिले के उरई जिला मुख्यालय निवासी और उस समय सोलन के चौक बाजार में रहने वाले संजय पुरवार से हुई थी।
शादी के बाद से ही संजय पुरवार व इसकी मां शारदा पुरवार उनकी बेटी को दहेज के लिये प्रताड़ित करते थे। पति व सास की प्रताड़ना से तंग आकर उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली थी । पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि लगाए गए आरोप सही हैं। इस पर मुकदमे में धारा आईपीसी की धारा 498ए, 304बी, 34 के अलावा धारा 302 तरमीम की गई।
उन्होंने बताया कि अदालत ने इन आरोपियों को 11 सितंबर 2012 को 7 साल की सजा सुनाई। लेकिन आरोपियों ने निचली अदालत के निर्णय को सर्वोच्च न्यायालय में सुनौती दी। परन्तु वहां से भी उनकी सजा को बरकरार रखा गया। आरोपी संजय पुरवार ने अदालत द्वारा इसे सुनाई गई सजा को पूरा कर लिया लेकिन उसकी मां शारदा पुरवार अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिये भूमिगत हो गई।
वर्ष 2018 से ही अदालत उसे गिरफ्तार करने के लिए गैर जमानती वारंट जारी कर रही थी। पुलिस उसकी तलाश के लिये लगातार उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी । जिस कारण इसे ढूंढने में काफी वर्ष लग गये। सोलन पुलिस की टीम 30 से ज़्यादा बार इसे तलाश करने जा चुकी थी ।
अब 20 मार्च को क़रीब 6 साल बाद पुलिस थाना धर्मपुर में निरीक्षक अंकुश डोगरा की एक टीम ने शारदा पुरवार पत्नी को मथुरा से गिरफ्तार कर ही लिया। उसे अदालत में पेश किया गया जहां से उसे 7 वर्ष की सजा काटने के लिए शिमला के कंडा स्थित आदर्श कारागार भेज दिया गया है।