बिलासपुर न्यूज : सीएमई फीटल ईमेजिंग पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन
सुमन डोगरा, बिलासपुर। बिलासपुर में रविवार को काव्या डायग्नोनिस्ट सेंटर की ओर से सीएमई फीटल ईमेजिंग पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा प्रवीण कुमार ने मुख्यतिथि के रूप में शिरकत की। जबकि सुनहरी देवी अस्पताल सोनीपत की फीटल मेडिसन एवं कसंल्टेंट डा रचना गुप्ता ने मुख्य वक्ता एवं स्त्रोत व्यक्ति के रूप में शिरकत की। वहीं,डा डीएस धीमान ने अध्यक्षता की। व डा दिनेश बतौर संगठन सचिव के रूप में मौजूद रहे।
इस अवसर पर डा रचना गुप्ता ने फीटल ईमेजिंग के महत्व पर बल देते हुए कहा कि भारत में मैटरनल मोर्टालिटी और पेरीनिटल मोर्टालिटी दर बहुत ज्यादा है। इस मृत्यु दर के आधार पर ही किसी भी देश या राज्य के विकास का पता चल जाता है। फीटल मेडिसिन एक ब्रांच है जो 12 हफ्ते में के अंदर गर्भ में पल रहे बच्चे के बारे में यह पता कर सकती है कि किस मां और गर्भ में पल रहे किस बच्चे में ज्यादा समस्याएं आ सकती हैं।
इस विधि से शुरुआत में ही उसका ईलाज कर सकते हैं और उन्हें बताया जा सकता है कि आगे समस्याएं आ सकती हैं। इसे ध्यान में रखते हुए सावधानी भरे कदम पहले ही उठाए जा सकते हैं। फीटल मेडिसिन सिर्फ जेनेटिक्सही नहीं बल्कि मां बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर है।
उन्होंने कहा कि गर्भावस्था में पल रहे बच्चे के क्रोमोजोनल समस्याओं की जानकारी के बाद गर्भपात का सहारा लिया जा सकता है। वहीं , गर्भावस्था के दौरान मां की हाई बीपी से होनेवाली मौतों को 90 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। तथा इससे अपंगता की दर में भी कमी आ सकती है। इस कार्यशाला में गायनी, रेडियोलोजिस्ट, बाल रोग, ईएनटी सहित अन्य चिकित्सक काफी संख्यां में भाग लिया।