हिमाचल में कांगड़ा के मतदाताओं ने सबसे ज्यादा बटन दबाकर नकारे सभी प्रत्याशी, मंडी दूसरे और शिमला सीट नोटा दबाने के मामले में रहा तीसरे स्थान पर
शिमला। लोकसभा चुनावों में सबसे ज्यादा बड़े अंतर से भाजपा को जीत दर्ज कराने वाली कांगड़ा के मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाने में भी बाजी मारी है। यहां कुल मिला कर 6372 लोगों ने नोटा का बटन दबाकर बता दिया कि उनके सामने आया कोई भी प्रत्याशी उन्हें पसंद नहीं आया। इस मामले में शिमला संसदीय क्षेत्र के मतदाता दूसरे स्थान पर रहे। यहां 5876 लोगों ने नोटा का बटन दबाया। नोटा का बटन दबाने में मंडी लोकसभा सीट के मतदाता तीसरे स्थान पर रहे। यहां के 5645 लोगों ने नोटा का बटन दबाया।
कांगड़ा सीट पर भाजपा के डा. राजीव भारद्वाज ने 6 लाख 32 हजार 793 मत हासिल करते हुए जीत दर्ज की है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के आनंद शर्मा को 2लाख 51 हजार 895 वोटों के अंतर से पराजित किया। आनंद को 3 लाख 80 हजार 898 वोट मिलें। यहां पर नोटा तीसरे स्थान पर रहा। कुल 6372 लोगों ने नोटा का बटन दबाया।
शिमला संसदीय सीट पर भाजपा के सुरेश कश्यप ने 5 लाख 13 हजार 936 वेट हासिल करते हुए कांग्रेस के विनोद सुल्तानपुरी को 90 हजार 548 वोटों से हराया। सुल्तानपुरी को 4 लाख 23 हजार 388 वोट मिले। इस सीट पर नोटा तीसरे स्थान पर रहा और कुल जमा 5876 लोगों ने नोटा का बटन दबाया।
मंडी सीट इस मामले में तीसरे स्थान पर रही। अभिनय का रास्ता छोड़कर राजनीति में प्रवेश करने वाली कंगना रणौत ने पहली ही प्रयास में कांग्रेस के प्रत्याशी, प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री, और पूर्व सीएम व केंद्रीय मंत्री स्व. वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह को 74 हजार 755 वोटों से मात दी। विक्रमादित्य सिंह को 4 लाख 62 हजार 267 वोट पड़े। वहीं इस सीट पर 5645 लेागों ने नोटा का बटन दबाया।
हमीरपुर सीट पर निवर्तमान केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिक मंत्री अनुराग ठाकुर ने 6 लाख7 हजार 68 वोट हासिल करते हुए अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सतपाल रायजादा को 1लाख 82 हजार 35 वोटों से मात दी। रायजादा को 4लाख 24 हजार 711 वोट मिले। इस सीट पर 5178 लोगों ने नोटा का बटन दबाया।