बिलासपुर न्यूज: एम्स बिलासपुर में हेली एंबुलेंस सेवा शुरू करने की तैयारी, आपदा के समय तुरंत मिलेगी मदद
बिलासपुर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान बिलासपुर में हेली एंबुलेंस सेवा शुरू करने की तैयारी है। प्रस्ताव बन गया है। प्रस्ताव को हरी झंडी मिली तो देहरादून के एम्स ऋषिकेश के बाद एम्स बिलासपुर ऐसा करने वाला दूसरा संस्थान होगा। प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए इस सेवा की जरूरत महसूस की जा रही है। 20 सितंबर को एम्स ऋषिकेश में हेली एंबुलेंस सेवा का उद्घाटन है। इसके बाद इसी तर्ज पर एम्स बिलासपुर में इस सेवा को अपनाए जाने की योजना है। इन सेवाओं के लिए अधिकृत एजेंसी कौन होगी और यह कब से बिलासपुर एम्स में शुरू होगी। यह सब अभी योजना का हिस्सा है। इसके लिए एम्स बिलासपुर उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करेगा। इसके बाद इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाया जाएगा।
बताते चलें कि इसी साल मार्च में एम्स ऋषिकेश के हेलीपैड पर लैंडिंग और टेकऑफ के साथ मरीज को ट्राॅमा सेंटर तक लाने और ले जाने का सफल ट्रायल हो चुका है। हेली एंबुलेंस सेवा शुरू करने की तैयारियों और उससे जुड़े तकनीकी पहलुओं की जांच के बाद इसे पूरी मंजूरी मिली है। 20 सितंबर को इसका उद्घाटन भी प्रस्तावित है। एम्स ऋषिकेश और एम्स बिलासपुर की भौगोलिक स्थिति एक जैसी है। ऐसे में एम्स ऋषिकेश के बाद बिलासपुर में हेली एंबुलेंस सेवा शुरू करने की योजना प्रस्तावित की गई है। जिस पर प्रबंधन जल्द ही काम भी शुरू करेगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से जारी हुए हैं सेवा के निर्देश
पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए जेपी नड्डा ने एम्स बिलासपुर का निर्माण तेजी से करवाया था। हालांकि, वहां पर आईपीडी और ओपीडी की सुविधाएं पांच साल में शुरू हुईं। अब दोबारा उनके केंद्रीय मंत्री बनने से उम्मीद जताई जा रही है कि वह इस संस्थान के लिए और सुविधाएं मुहैया करवाने में कमी नहीं रखेंगे। इसी कड़ी में एम्स बिलासपुर में किडनी ट्रांसप्लांट से लेकर हेली एंबुलेंस सेवा को शुरू करने की कवायद पर काम किया जा रहा है। हेली एंबुलेंस की कवायद शुरू करने के लिए एम्स प्रबंधन को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दिशा-निर्देश जारी हुए हैं।
पहाड़ी प्रदेश में आपदा से निपटने के लिए होगी कारगर
एम्स बिलासपुर में हेली एंबुलेंस सेवा शुरू होने से यहां के लोगों के लिए यह सेवा काफी मददगार होगी। आपदा के समय आपात स्थिति में मरीजों, घायलों को एम्स पहुंचाने में यह सेवा कारगर साबित होगी। इससे लोगों को समय पर इलाज मिलेगा।