सोशल मीडिया पर नाटी कलाकारों को आतंकवादी बताने पर मचा बवाल, बीजेपी ने दर्ज कराई शिकायत, जानें क्या है मामला?
शिमला। हिमाचल प्रदेश का प्रसिद्ध लोक नृत्य ‘नाटी’ को लेकर सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट डालने को लेकर बवाल मचा हुआ है। दरअसल एक्स सोशल मीडिया पर टीम साथ ऑफिसियल पेज पर नाटी को लेकर एक विवादित पोस्ट डाला गया है. जिसमें नाटी कलाकारों को आंतकवादी से तुलना की गई है। जिसको लेकर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता चेतन सिंह बरागटा ने शिमला के कोटखाई पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाया है।
नाटी को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट के खिलाफ शिकायत दर्ज
चेतन सिंह बरागटा की शिकायत पर कोटखाई पुलिस स्टेशन में आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले ऑफिसियल पेज के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। शिकायत में भाजपा प्रवक्ता चेतन बरागटा ने आरोप लगाया है कि टीम साथ ऑफिसियल नाम के पेज से एक्स सोशल मीडिया पर एक विवादित पोस्ट किया गया है। इस पोस्ट में जागरा उत्सव के दौरान पारंपरिक नाटी करने वाले लोगों को आतंकवादी कहा गया है।
इसको लेकर भाजपा प्रवक्ता ने एक्स सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। जिसमें चेतन सिंह बरागटा ने कहा, “देव संस्कृति, देव समाज, हिमाचली नाटी और हिंदू धर्म की तुलना आतंकवाद से करना न केवल हमारी परंपराओं का अपमान है, बल्कि करोड़ों लोगों की भावनाओं पर चोट है. आपके खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज करवा दी है”।
चेतन सिंह बरागटा ने कहा, “एक्स सोशल मीडिया पर टीम साथ ऑफिसियल पेज से जागरा उत्सव के दौरान पारंपरिक नाटी करने वालों को आतंकवादी कहने वाली आपत्तिजनक पोस्ट की गई है, जो अस्वीकार्य है। इस पोस्ट के खिलाफ पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. इस आपत्तिजनक पोस्ट के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस तरह के गैरजिम्मेदार और विभाजनकारी कृत्य बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे”।
चेतन सिंह बरागटा ने जानकारी दी कि आज टीम साथ ऑफिसियल नामक एक्स सोशल मीडिया अकाउंट के खिलाफ कोटखाई में एफआईआर दर्ज की गई है। जिसने हिमाचल प्रदेश के पारंपरिक त्योहार जागरा में देवताओं के स्वागत में नाटी करने वाले लोगों को आतंकवादी करार दिया है. यह आपत्तिजनक पोस्ट न केवल हिमाचल की धार्मिक परंपराओं का अपमान है, बल्कि समाज में वैमनस्य और विभाजन फैलाने का प्रयास भी है।
बरागटा ने कहा कि इस आपत्तिजनक पोस्ट ने हिमाचल प्रदेश के लोगों की धार्मिक भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है और समाज में कलह पैदा करने का प्रयास किया है। हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक प्रथाओं के सम्मान और पवित्रता को बनाए रखना महत्वपूर्ण है, उन्होंने कहा कि हम किसी भी आपत्तिजनक गतिविधि के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना जारी रखेंगे।
बरागटा ने कहा देवभूमि हिमाचल की पवित्र परंपराओं और धार्मिक मान्यताओं के प्रति इस प्रकार की अपमानजनक टिप्पणी से प्रदेश के लाखों लोगों की भावनाओं को गहरा आघात पहुंचा है। जागरा जैसे धार्मिक आयोजनों के दौरान देवताओं का स्वागत में होने वाली नाटी की तुलना आतंकवाद से करना अत्यंत निंदनीय और अस्वीकार्य है। मैं जनता से अपील करता हूं कि वे इस प्रकार की नकारात्मक गतिविधियों को बढ़ावा न दें और समाज में धार्मिक सौहार्द और एकता बनाए रखें।