बाहरा विवि में रैगिंग प्रकरण : हास्टल के वार्डन के खिलाफ मुकदमा दर्ज, ड्यूटी में लापरवाही का आरोप
सोलन। बाहरा यूनिवर्सिटी के हास्टल में रैगिंग मामले में अब हास्टल वार्डन पर कानून का चाबुक चला है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पाया गया बाहरा यूनिवर्सिटी के हास्टल नंबर एक के वार्डन ने अपने दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरती। वार्डन के खिलाफ हिमाचल शिक्षण संस्थान (रैगिंग निषेध) एक्ट 2009 की धारा 4 और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया है।
विदित रहे कि कुछ दिन पूर्व सोलन के वाकनाघाट स्थित बाहरा यूनिवर्सिटी में एक दात्र से रक्गिंग का मामला सामने आया था। इस रैगिंग प्रकरण का एक वीडियो सामने आया था जिसमें कुछ युवक हास्टल के एक मकरे में युवक की पिटाई करते हुए दिख रहे थे। उसे शराब पीने के लिए भी दवाब में लिया जा रहा था। इसके बाद पीड़ित छात्र पुलिस के पास पहुंचा और पुलिस ने मुकदमा दर्ज करे के बाद मामले की जंच पड़ताल शुरू की।
इस प्रकरण में अब तक पांच आरोपी युवक गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अब पुलिस ने इस मामले की जांच आगे बढ़ाई तो एक और बढ़ा नाम समाने आया है। दरअसल पुलिस को जांच में पता चला कि यह मारपीटका वीडियो यूनिवर्सिटी के हास्टल नंबर एक में शूट हुआ था। जहां पीड़ित के साथ मारपीट की गई थी। पता चला कि उस दिन इस हास्टल के वार्डन अर्की के धुंधन गांव निवासी 56 वर्षीय पूर्ण चंद की ड्यूटी थी।
जांच में पाया गया कि पूर्ण चंद ने ने अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरती और इस बात का ध्यान नहीं रखा कि हास्टल में रहने वाले छात्रों के कमरे में हो क्या रहा है। उन्होंने छात्रावास में रहने वाले छात्रों की गतिविधियों पर भी कोई नजर नहीं रखी। नतीजतन हास्टल के एक कमरे में छात्र खुलकर शराब पार्टी व रैगिंग का आनंद लेते रहे।
सोलन के एसपी गौरव सिंह ने बताया कि इस मामले में वार्डन पूर्णचंद के खिलाफ हिमाचल शिक्षण संस्थान (रैगिंग निषेध) एक्ट 2009 की धारा 4 और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 35.3 के तहत मामला दर्ल किया गया है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच आगे भी जारी है।